Edited By Vijay, Updated: 29 Nov, 2025 03:28 PM

हिमाचल प्रदेश के वन विभाग ने अवैध लकड़ी व्यापार और अंतर्राज्यीय तस्करों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। शुक्रवार मध्य रात्रि को अम्ब वन रेंज के सतर्क कर्मचारियों ने नाकाबंदी के दौरान....
अम्ब (अश्विनी): हिमाचल प्रदेश के वन विभाग ने अवैध लकड़ी व्यापार और अंतर्राज्यीय तस्करों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। शुक्रवार मध्य रात्रि को अम्ब वन रेंज के सतर्क कर्मचारियों ने नाकाबंदी के दौरान अवैध रूप से लकड़ी ले जा रहे 7 वाहनों को जब्त कर वन माफिया के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
विभागीय जानकारी के अनुसार यह कार्रवाई डीएफओ ऊना के सख्त दिशा-निर्देशों पर की गई। शुक्रवार रात को वन विभाग की अलग-अलग टीमों ने रणनीतिक रूप से नाके लगाए थे। गगरेट ब्लॉक की टीम ने थपलां रोड पर कार्रवाई करते हुए 2 वाहनों को दबोचा, जबकि अम्ब रेंज की टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए अम्ब-नादौन रोड पर 5 वाहनों को पकड़ा गया।
जांच में सामने आया कि बंगाणा, कांगड़ा के ज्वालामुखी और हमीरपुर के रंगस क्षेत्रों से आए इन वाहनों में युकलिप्टस (सफेदा) की आड़ में शीशम और ओई जैसी प्रतिबंधित प्रजातियों की लकड़ी लदी हुई थी। वन रेंज अधिकारी अम्ब राहुल ठाकुर ने बताया कि यह कार्रवाई एक अंतर्राज्यीय तस्करी गिरोह का पर्दाफाश है। जांच के दौरान पाया गया कि तस्कर विशेष रूप से प्रतिबंधित प्रजाति की लकड़ी को कांगड़ा से पंजाब ले जाने की फिराक में थे।

मामले की गंभीरता को देखते हुए ब्लॉक अधिकारी ज्वार ने तीन वाहनाें के चालकाें के खिलाफ पुलिस थाना अम्ब में औपचारिक शिकायत दर्ज करवाई है। इन पर भारतीय वन अधिनियम, हिमाचल प्रदेश व्यापार विनियमन अधिनियम और हिमाचल प्रदेश भूमि पारगमन नियमों के तहत मामला दर्ज करने की सिफारिश की गई है। वहीं, अन्य वाहनों को वन विभाग के नियमों के उल्लंघन के चलते विभागीय हिरासत में लिया गया है।