Edited By Vijay, Updated: 15 Nov, 2024 06:50 PM
मां रेणुका जी और बेटे भगवान परशुराम के मिलन का प्रतीक अंतर्राष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेला शुक्रवार को संपन्न हो गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने देव पालकियों को कंधा देकर रवाना किया...
रेणुका जी (नरेंद्र): मां रेणुका जी और बेटे भगवान परशुराम के मिलन का प्रतीक अंतर्राष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेला शुक्रवार को संपन्न हो गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने देव पालकियों को कंधा देकर रवाना किया, साथ ही मेले के समापन समारोह की अध्यक्षता भी की। इस अवसर पर लेडी गर्वनर और राज्य रैडक्रॉस अस्पताल कल्याण अनुभाग की अध्यक्ष जानकी शुक्ल भी मौजूद रहीं। इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि संस्कृति हमारी विरासत है और हमें अपनी विरासत का अनुसरण करना चाहिए। तभी हम समृद्ध हो सकते हैं। रेणुका जी हिमाचल का सबसे सुंदर तीर्थ स्थल है। माता रेणुका और भगवान परशुराम जी के मिलन की यह परंपरा लोगों को आकर्षित करती है। लोग सदियों पुरानी परंपरा का उत्साहपूर्वक पालन करते आ रहे हैं।
राज्यपाल ने सिरमौरी सिंगटू नृत्य का उठाया आनंद
डीसी सिरमौर एवं श्री रेणुका जी विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष सुमित खिमटा ने राज्यपाल का स्वागत किया। उन्होंने मेले के दौरान आयोजित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी भी दी। इससे पूर्व राज्यपाल ने स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सिरमौरी सिंगटू नृत्य भी देखा व विभिन्न सरकारी विभागों और गैर सरकारी संगठनों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी स्टालों का भी दौरा किया। उद्योग विभाग की प्रदर्शनी को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। इस अवसर पर विधायक अजय सोलंकी, पुलिस अधीक्षक रमन कुमार मीणा, रेणुका विकास बोर्ड के पदाधिकारी, जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
धरती आभा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के लाभार्थी सम्मानित
राज्यपाल जनजातीय गौरव दिवस पर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए। उन्होंने धरती आभा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत सिरमौर जिले के 6 लाभार्थियों को हिमाचली टोपी और शॉल भेंट कर सम्मानित किया। इनमें जाहिद हसन, नूर हसन, लियाकत अली, भूरा सिंह, अमर नाथ और हुसन सिंह शामिल रहे।
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