Edited By Vijay, Updated: 14 Mar, 2023 05:34 PM
14वीं विधानसभा के पहले बजट सत्र के पहले ही दिन विपक्षी भाजपा ने विधायक क्षेत्र विकास निधि रोके जाने का मामला उठाया। इस दौरान सदन में हंगामा हुआ तथा विपक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी करे हुए सदन से वॉकआऊट भी किया।
शिमला (कुलदीप): 14वीं विधानसभा के पहले बजट सत्र के पहले ही दिन विपक्षी भाजपा ने विधायक क्षेत्र विकास निधि रोके जाने का मामला उठाया। इस दौरान सदन में हंगामा हुआ तथा विपक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी करे हुए सदन से वॉकआऊट भी किया। वॉकआऊट से पहले सुलह विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने नियम-67 के तहत सभी विषयों को स्थगित करके इस पर अविलंब चर्चा करवाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के समय विधायकों के क्षेत्रों के विकास के लिए विधायक निधि का प्रावधान किया था उसको सुक्खू सरकार ने रोक दिया है। इस मुद्दे पर दोनों पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोंक-झोंक भी हुई। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने नियम-67 के तहत स्थगन प्रस्ताव को निरस्त करते हुए कहा कि सदन की आगामी कार्यवाही में भी इससे संबंधित प्रश्न लगे हैं। संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान का कहना था कि पूर्व सरकार प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपए का कर्ज छोड़ा है तथा संस्थानों को बिना नियम-कानून के खोला है।
अग्निहोत्री ने विपक्ष तो जयराम ने सत्ता पक्ष पर साधा निशाना
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि सदस्यों के अधिकारों व कर्तव्यों पर सदन में पहले चर्चा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि ऐसे विषयों पर विधानसभा अध्यक्ष के चैंबर में बात हो सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वह सरकार है जिसने सत्ता में आते ही 6000 निराश्रित बच्चों को अपनाया है। इसके अलावा कर्मचारियों के लिए ओपीएस भी बहाल किया है। वहीं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के गले में 10 गारंटियां फंसी है। इस कारण वह 3 माह से सा रे गा मा पा धा नी सा कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को 6 सीपीएस बनाने व चहेतों को 10 गारंटियां देने में कोई परेशानी नहीं है, लेकिन वह विधायक क्षेत्र विकास निधि के अलावा उपायुक्त के माध्यम से विकास कार्यों के लिए विभिन्न मदों में मिलने वाली राशि को रोक रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपए नहीं 69 हजार करोड़ रुपए का कर्ज छोड़कर गई है।
विधायक निधि बंद नहीं की, रोकी है : सुक्खू
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार ने प्रदेश की बदहाल आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखकर विधायक निधि को बंद नहीं किया है, बल्कि इसको रोका है। उन्होंने कहा कि सरकार अंतिम क्वार्टर में सरकारी कोष में आने वाली धनराशि का आकलन कर रही है। यदि हालात बेहतर रहे तो इसे बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने बिना बजट के 920 संस्थान खोले, जिस कारण इसको बंद करना पड़ा। वर्तमान सरकार भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर ऐसे संस्थानों को फिर से खोलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के वित्तीय हालात पर सरकार श्वेत पत्र लाएगी, जिसमें सही तस्वीर को प्रस्तुत किया जाएगा। बजट सत्र की कार्यवाही दिवंगत वरिष्ठ नेता मंसाराम को श्रदांजलि देने के साथ शुरू हुई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू व विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर सहित अन्य सदस्यों ने दिवंगत नेता के निधन पर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की।
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