Edited By Vijay, Updated: 11 Sep, 2025 11:07 PM

मौसम साफ होने के बाद भी भूस्खलन से लोगों के घरों को लगातार नुक्सान हो रहा है। बुधवार को भी सलूणी उपमंडल के भड़ेला गांव में 3 भाइयों का मकान और गऊशाला क्षतिग्रस्त हो गई। इससे लाखों रुपए का नुक्सान हुआ है।
सलूणी (शक्ति): मौसम साफ होने के बाद भी भूस्खलन से लोगों के घरों को लगातार नुक्सान हो रहा है। बुधवार को भी सलूणी उपमंडल के भड़ेला गांव में 3 भाइयों का मकान और गऊशाला क्षतिग्रस्त हो गई। इससे लाखों रुपए का नुक्सान हुआ है। भड़ेला में चुनी लाल, पवन कुमार और हेम राज सभी पुत्र लोभी राम का संयुक्त मकान की दूसरी मंजिल का लकड़ीनुमा बीम टूटने से पूरी छत गिर गई। मकान की दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं, निचली मंजिल में गऊशाला थी, उसमें 8 पशु बांधे थे जो मलबे में दब गए थे, लेकिन जैसी ही घटना की सूचना ग्रामीणों को लगी तो सभी दौड़ कर घटना स्थल पर पहुंचे और राहत और बचाव कार्य में जुट गए। कड़ी मशक्कत के बाद लोगों ने सभी मवेशियों को गऊशाला से सुरक्षित निकाला है।
राहत की बात है कि घटना के समय मकान में कोई परिवार का व्यक्ति नहीं था। इस कारण कोई जानी नुक्सान नहीं हुआ है। प्रभावित लोगों ने इस घटना की सूचना भड़ेला पंचायत प्रधान और संबंधित क्षेत्र के पटवारी को दी। सूचना मिलते ही प्रधान बीना देवी और पटवारी मौके पर पहुंचे और नुक्सान का जायजा लिया। प्रभावित व्यक्ति गरीब परिवार से संबंध रखते हैं और मकान का नए सिरे से निर्माण करने में असमर्थ हैं। लोगों ने प्रशासन और सरकार से मांग की है कि प्रभावित तीनों भाइयों को फौरी राहत राशि देने के साथ तीनों को प्रधानमंत्री आवास योजना में चयन किया जाए।
पंचायत प्रधान बीना देवी ने बताया कि भड़ेला गांव में जो मकान क्षतिग्रस्त हुआ है यह तीनों भाइयों का पुश्तैनी मकान था। इसके क्षतिग्रस्त होने से तीनों को लगभग 10 लाख रुपए का नुक्सान हुआ है। उन्होंने प्रशासन और सरकार से मांग की है कि तीनों प्रभावित व्यक्तियों को राहत राशि और मकान निर्माण हेतु धनराशि प्रदान की जाए। वहीं खंड विकास अधिकारी, सलूणी कंवर सिंह ने बताया कि पंचायत सचिव द्वारा नुक्सान की रिपोर्ट और ग्रामसभा का प्रस्ताव सहित पटवारी की रिपोर्ट कार्यालय में दी जाती है तो उस प्रभावित परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चयन हेतु अपने उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा। उधर, एसडीएम सलूणी चंद्रवीर सिंह ने कहा कि बारिश से क्षेत्र में हुए नुक्सान का जायजा लेने और केस को ऑनलाइन करने के सभी पटवारियों को निर्देश दिए हैं। पटवारी की रिपोर्ट के आधार पर नियमों के तहत प्रभावित व्यक्तियों की सहायता की जाएगी।
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