Edited By Kuldeep, Updated: 19 Sep, 2023 12:06 AM
हिमाचल विधानसभा में शोकोद्गार के बाद मानसून सत्र के पहले दिन की शुरूआत हंगामे के साथ हुई। शोकोद्गार के बाद जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने प्रश्नकाल को शुरू करना चाहा तो नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, विधायक विपिन सिंह परमार, रणधीर...
शिमला (ब्यूरो): हिमाचल विधानसभा में शोकोद्गार के बाद मानसून सत्र के पहले दिन की शुरूआत हंगामे के साथ हुई। शोकोद्गार के बाद जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने प्रश्नकाल को शुरू करना चाहा तो नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, विधायक विपिन सिंह परमार, रणधीर शर्मा व राकेश जम्वाल ने नियम-62 के तहत स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा का मुद्दा उठाया। विपक्ष के सदस्यों का कहना था कि सोमवार की कार्य सूची में शामिल सदन के सभी विषयों को स्थगित करके प्राकृतिक आपदा से प्रदेश में हुए नुक्सान पर चर्चा होनी चाहिए। हालांकि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को छोड़कर विपक्ष के विधायकों की तरफ से कही गई बातें रिकार्ड पर नहीं आईं। सी.एम.सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपिन परमार को जवाब देते हुए कहा कि उनको कांगडा का इंचार्ज भाजपा ने बनाया है, इसलिए वह जयराम ठाकुर से ज्यादा बोलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अतीत की बातों पर चर्चा करने का समय नहीं है भविष्य की चुनौतियों पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दान देने को लेकर वह चर्चा नहीं करना चाहते क्योंकि यह उनके स्वभाव में शामिल है।
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आपदा प्रभावितों के लिए विशेष राहत पैकेज लाएगी सरकार: सुक्खू
राज्य सरकार आपदा प्रभावित लोगों के लिए अपना विशेष राहत पैकेज लाएगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को विधानसभा में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि 26 सितम्बर तक ये विशेष राहत पैकेज ला दिया जाएगा। प्रदेश में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने संबंधी प्रस्ताव पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर द्वारा की जा रही चर्चा के दौरान सी.एम. ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि आपदा की घड़ी में केंद्र सरकार से हिमाचल को चाहे सहायता मिले न मिले, राज्य सरकार सभी आपदा प्रभावितों की मदद करेगी।
विधानसभा: प्राकृतिक आपदा पर माहौल गर्माया, विपक्ष का वाकआऊट
हिमाचल विधानसभा में शोकोद्गार के बाद मानसून सत्र के पहले दिन की शुरूआत हंगामे के साथ हुई। शोकोद्गार के बाद जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने प्रश्नकाल को शुरू करना चाहा तो नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, विधायक विपिन सिंह परमार, रणधीर शर्मा व राकेश जम्वाल ने नियम-62 के तहत स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा का मुद्दा उठाया। विपक्ष के सदस्यों का कहना था कि सोमवार की कार्य सूची में शामिल सदन के सभी विषयों को स्थगित करके प्राकृतिक आपदा से प्रदेश में हुए नुक्सान पर चर्चा होनी चाहिए। हालांकि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को छोड़कर विपक्ष के विधायकों की तरफ से कही गई बातें रिकार्ड पर नहीं आईं।
विधानसभा: जयराम से ज्यादा बोलना चाहते परमार, यह अतीत पर चर्चा का समय नहीं: सी.एम.
सी.एम.सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विपिन परमार को जवाब देते हुए कहा कि उनको कांगडा का इंचार्ज भाजपा ने बनाया है, इसलिए वह जयराम ठाकुर से ज्यादा बोलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अतीत की बातों पर चर्चा करने का समय नहीं है भविष्य की चुनौतियों पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दान देने को लेकर वह चर्चा नहीं करना चाहते क्योंकि यह उनके स्वभाव में शामिल है।
विधानसभा: सत्र से पहले पक्ष-विपक्ष विधायक दल की बैठकें
चौदहवीं विधानसभा के तीसरे सत्र की शुरूआत से पहले पक्ष-विपक्ष विधायक दल की बैठकें हुईं। कांग्रेस विधायक दल की बैठक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई, जिसमें विपक्ष की तरफ से सदन में उठाए जाने वाले विषयों को लेकर रणनीति तैयार की गई। भाजपा विधायक दल की बैठक नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई, जिसमें सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई।
विधानसभा: अधिकारी नहीं कांग्रेस नेता बांट रहे आपदा राहत राशि : परमार
हिमाचल में आई त्रासदी ने कई जख्म दिए हंै, जिसको भरने में समय लगेगा। आपदा से हुए नुक्सान पर सदन में शुरू हुई चर्चा में भाग लेते हुए विधायक विपिन सिंह परमार ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को आपदा राहत राशि अधिकारी नहीं बल्कि कांग्रेस के नेता बांट रहे थे। उन्होंने कहा कि इसमें बड़ी बंदरबांट हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि जिलों में आपदा प्रबंधन के लिए हुई बैठकों में चुने हुए विधायकों को बाद में बुलाया गया, लेकिन जो हारे व नकारे लोग थे उनको बुलाकर उनसे सुझाव लिए गए। इस तरह की असंवेदनशीलता स्वीकार नहीं की जा सकती।
उपमुख्यमंत्री सहित सी.पी.एस. की नियुक्तियों पर सुनवाई 3 अक्तूबर के लिए टली
प्रदेश हाईकोर्ट में उपमुख्यमंत्री सहित सी.पी.एस. की नियुक्तियों को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई 3 अक्तूबर के लिए टल गई है। सरकार द्वारा मामले से जुड़ी सभी याचिकाओं की गुणवता पर सवाल उठाया है। इसलिए इन याचिकाओं को इसी आधार पर खारिज किए जाने का आवेदन सरकार की ओर से दायर किया गया है। अब मामले पर सुनवाई न्यायाधीश विवेक सिंह ठाकुर व न्यायाधीश बी.सी. नगी की खंडपीठ के समक्ष हो रही है।
यैलो अलर्ट के बीच सुबह बरसे मेघ, आज से नहीं कोई अलर्ट
सोमवार को यैलो अलर्ट के बीच में राजधानी शिमला सहित प्रदेश के कई हिस्सों में सुबह के समय वर्षा हुई। दोपहर बाद मौसम साफ हुआ और धूप खिली। सबसे अधिक वर्षा कांगड़ा में 13 मिलीमीटर हुई है। इसके अलावा चम्बा में 11.5, डल्हौजी में 10, शाहपुर में 9, जोल (ऊना), मनाली व कुकुमसेरी में 8, ऊना में 6, बरठी में 1.5, मंडी में 1, शिमला में 0.3 व कल्पा में 0.4 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड हुई है।
एन.पी.पी.ए. ने हार्ट व शूगर की 51 दवाओं के बढ़ाए दाम
राष्ट्रीय दवा कीमत प्राधिकरण (एन.पी.पी.ए.) ने हार्ट व शूगर सहित कई बीमारियों की 51 दवाओं के कीमतें बढ़ा दी हैं। स्थिति यह हो गई है कि शूगर की एक गोली की कीमत अब दस रुपए से अधिक हो गई है।
पंजाब, चंडीगढ़ व हरियाणा की टैक्सी यूनियनों ने परवाणू में किया प्रदर्शन
प्रदेश सरकार द्वारा बाहरी राज्यों की टैंपो ट्रैवलर व टैक्सियों से टैक्स वसूल करने पर टैक्सी यूनियनों ने परवाणू बैरियर पर प्रदर्शन किया। यूनियन ने चेतावनी दी कि हिमाचल सरकार ने कथित अवैध टैक्स की वसूली बंद नहीं की तो प्रदेश के बॉर्डर को सील कर देंगे। परवाणू बैरियर पर पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ टैक्सी यूनियन के ऑप्रेटरों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यह सभी ऑप्रेटर टैंपो ट्रैवलर व कारें लेकर आए हुए थे जिन्हें नैशनल हाईवे के एक किनारे पर गाडिय़ों को खड़ा किया हुआ था। इन वाहनों की लम्बी लाइन लगी हुई थी।
प्रतिबंधित दवाइयों के मामले में आरोपी 3 दिन के रिमांड पर
पुलिस द्वारा प्रतिबंधित दवाइयों के आरोपियों को सोमवार को फिर से न्यायालय में पेश किया गया, जहां से चारों आरोपियों को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। गौरतलब है कि एंटी नारकोटिक्स टीम ने ट्रांसपोर्ट के माध्यम से आईं प्रतिबंधित दवाइयों की 2 खेपों में लगभग 53,000 से ज्यादा दवाइयां गगरेट में पकड़ी थीं। यही नहीं, मुख्य आरोपी के घर भी पुलिस ने दबिश देकर 210 बोतलें अंग्रेजी शराब की जब्त कर पार्षद की पत्नी पर आबकारी एवं कराधान अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था।