Edited By Jyoti M, Updated: 08 Dec, 2025 09:42 AM

हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में 15 साल पहले अचानक लापता हुए एक पूर्व सैनिक की घर वापसी से भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा है। सुजानपुर की बनाल पंचायत के घरथोली गांव के बलदेव सिंह, जिनके लौटने की उम्मीद परिवार और गांव वालों ने छोड़ दी थी, रविवार को...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में 15 साल पहले अचानक लापता हुए एक पूर्व सैनिक की घर वापसी से भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा है। सुजानपुर की बनाल पंचायत के घरथोली गांव के बलदेव सिंह, जिनके लौटने की उम्मीद परिवार और गांव वालों ने छोड़ दी थी, रविवार को सकुशल अपने घर लौटे।
अनिश्चितता का अंत
करीब 15 साल पहले बलदेव सिंह नौकरी के लिए जाते समय रहस्यमय तरीके से गुम हो गए थे। परिवार ने उनकी तलाश में हर दरवाजा खटखटाया, लेकिन न उनके ठिकाने का पता चला और न ही कार्यस्थल पर कोई जानकारी मिली। दिन, महीने और साल बीतते गए, और परिवार को यह मान लेना पड़ा था कि अब शायद उनकी वापसी संभव नहीं है।
एक वायरल वीडियो बना सहारा
ठीक 15 साल बाद, इस कहानी में तब मोड़ आया जब तीन दिन पहले राजस्थान के बीकानेर से एक वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में एक अज्ञात व्यक्ति की पहचान पूछी जा रही थी, और वह व्यक्ति कोई और नहीं, बलदेव सिंह ही थे। यह वीडियो सुजानपुर क्षेत्र की सपना कुमारी के मोबाइल तक पहुंचा।
सपना कुमारी ने तुरंत इस वीडियो को अपने परिचितों और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा किया। वीडियो देखते ही बलदेव के परिवार ने उन्हें पहचान लिया। आंखों में आंसू और दिल में अटूट आशा लेकर परिवार तुरंत बीकानेर के लिए निकल पड़ा।
बीकानेर में मिला स्नेह भरा आश्रय
बीकानेर पहुंचकर परिवार ने जब बलदेव को सुरक्षित देखा, तो खुशी और गम दोनों का माहौल था। जिस राजस्थानी परिवार ने वर्षों तक बलदेव की देखभाल की थी, उन्होंने बेहद स्नेह और गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया और हंसते-हंसते उन्हें उनके परिवार को सौंप दिया।
ढोल-नगाड़ों से हुआ ऐतिहासिक स्वागत
रविवार को जब बलदेव सिंह अपने गांव घरथोली पहुंचे, तो माहौल जश्न और उल्लास से भर गया। पूरे गांव और रिश्तेदारों ने ढोल-नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया, पारंपरिक आरती उतारी गई और पूरे रीति-रिवाज से उन्हें घर में प्रवेश कराया गया। सालों बाद अपने खोए हुए सदस्य को वापस पाकर हर कोई भावुक हो उठा। दिन भर रिश्तेदार, दोस्त और ग्रामीण घर पर बधाई देने आते रहे।
उपचार के लिए गुहार
इस अवसर पर सुजानपुर के विधायक कैप्टन रंजीत, पंचायत प्रधान कांता देवी और अन्य जनप्रतिनिधियों ने परिवार को मिठाई बांटकर बधाई दी। हालांकि, इस भावनात्मक मिलन के बीच एक चिंता भी सामने आई। परिवार ने सरकार और प्रशासन से अपील की कि बलदेव की मानसिक स्थिति पूरी तरह से ठीक नहीं है, इसलिए उनके समुचित उपचार के लिए सरकारी सहायता प्रदान की जाए।
इंटरनेट मीडिया का चमत्कार
बलदेव की घर वापसी का श्रेय मुख्य रूप से सपना कुमारी, गौरव जैन और उस राजस्थानी परिवार को जाता है, जिन्होंने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से 15 साल पुराने घाव को भर दिया। हालांकि, बताया जा रहा है कि बलदेव की पत्नी ने इस बीच दूसरा विवाह कर लिया है और उनका बच्चा भी उन्हें नहीं दिखा। बावजूद इसके, परिवार ने कहा कि यह तकनीक की शक्ति ही थी, जिसने उन्हें उनका खोया सदस्य वापस दिला दिया।