Edited By Jyoti M, Updated: 16 Jun, 2025 12:25 PM

हिमाचल प्रदेश के जवाली विधानसभा क्षेत्र के अधीन कोटला गांव में देहर खड्ड के पास एक तेंदुआ देखे जाने से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। यह घटना तब सामने आई जब कुछ लोगों ने तेंदुए को खड्ड के पानी में नहाते और फिर पास की चट्टान पर आराम करते देखा।...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के जवाली विधानसभा क्षेत्र के अधीन कोटला गांव में देहर खड्ड के पास एक तेंदुआ देखे जाने से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। यह घटना तब सामने आई जब कुछ लोगों ने तेंदुए को खड्ड के पानी में नहाते और फिर पास की चट्टान पर आराम करते देखा। जिसने भी इस दृश्य को देखा, वह हैरान रह गया। कुछ चश्मदीदों ने तेंदुए का नहाते और चट्टान पर आराम करते हुए वीडियो भी बनाया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेंदुआ फिर फेटी रजोल अनुही वन बीट जंगल की ओर चला गया। बताया गया कि तेंदुआ और लोगों के बीच की दूरी लगभग 10 से 15 फीट थी। इतने करीब से तेंदुए को देखकर लोगों की सांसें कुछ देर के लिए थम गईं, लेकिन जब तेंदुआ जंगल में चला गया तो उन्होंने राहत की सांस ली।
तेंदुए का बढ़ता आतंक और नुकसान
यह पहली बार नहीं है जब इस इलाके में तेंदुए का आतंक देखा गया है। ग्राम पंचायत रजोल के गांव राजोल में भेड़-बकरियों और कुत्तों को तेंदुआ पहले ही अपना शिकार बना चुका है। स्थानीय लोगों ने बताया कि अनुही वन बीट में एक मादा तेंदुआ अपने दो शावकों के साथ घूमती रहती है, और तीन अन्य तेंदुए भी इसी क्षेत्र में देखे गए हैं। इससे पता चलता है कि यह इलाका तेंदुओं का रिहायशी क्षेत्र बन गया है।
रोज़मर्रा के जीवन पर असर
गांव अनुही, रजोल, सुंदरकूट, कुरनाला, भरनाला, डुम, सलाण, पालिया और ओडरी के लोग अक्सर कोटला में अपने रोज़गार के लिए इन्हीं जंगली रास्तों से आते-जाते हैं। अब तेंदुए के डर से लोग शाम 5 बजे ही अपनी दुकानें बंद कर घरों को निकलने लगे हैं, जिससे दुकानदारों की कमाई पर बुरा असर पड़ रहा है। लोगों में लगातार डर बना हुआ है और वे शाम होने से पहले ही अपने घरों तक पहुंचना चाहते हैं।
वन विभाग से मांग और आश्वासन
स्थानीय लोगों ने वन विभाग से मांग की है कि तेंदुए को पकड़कर किसी दूरदराज के क्षेत्र में छोड़ा जाए ताकि वे सुरक्षित महसूस कर सकें। इस संबंध में, डीएफओ (मंडलीय वन अधिकारी) नूरपुर, अमित शर्मा ने बताया कि तेंदुआ एक सामान्य जानवर है और लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं है। डीएफओ ने लोगों से सतर्क रहने की अपील भी की।