Edited By Jyoti M, Updated: 15 Sep, 2025 02:05 PM

हिमाचल प्रदेश में मानसून का मौसम आधिकारिक तौर पर समाप्त होने के साथ ही, पर्यटन उद्योग में नई जान आने की उम्मीद है। इसी क्रम में, कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट पर हवाई उड़ानों की संख्या में बढ़ोतरी होने जा रही है। खराब मौसम और पिछले कुछ समय से भारत-पाकिस्तान...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में मानसून का मौसम आधिकारिक तौर पर समाप्त होने के साथ ही, पर्यटन उद्योग में नई जान आने की उम्मीद है। इसी क्रम में, कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट पर हवाई उड़ानों की संख्या में बढ़ोतरी होने जा रही है। खराब मौसम और पिछले कुछ समय से भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के कारण बंद हुई कई उड़ानें अब फिर से शुरू होंगी, जिससे यहां आने वाले पर्यटकों को बड़ी राहत मिलेगी।
विमानन कंपनियों ने अपनी बुकिंग साइटों पर इन नई फ्लाइटों का शेड्यूल जारी कर दिया है। जानकारी के अनुसार, 18 सितंबर से गगल एयरपोर्ट पर स्पाइस जेट की तीन और इंडिगो की दो उड़ानें संचालित होंगी। स्पाइस जेट अपनी एक बंद पड़ी उड़ान को फिर से शुरू कर रही है, जिससे इस एयरलाइन की कुल उड़ानों की संख्या तीन हो जाएगी। नए शेड्यूल के अनुसार, सोमवार और शुक्रवार को दो-दो, जबकि सप्ताह के बाकी दिनों में तीन-तीन उड़ानें होंगी। इंडिगो की दोनों उड़ानें पहले की तरह जारी रहेंगी।
यह बढ़ोतरी ऐसे समय में हो रही है जब हिमाचल में पिछले दो-तीन महीनों से हुई भारी बारिश ने जनजीवन और पर्यटन को बुरी तरह प्रभावित किया था। भूस्खलन और सड़कों को हुए नुकसान के कारण कई हिस्सों में आवाजाही ठप हो गई थी, जिससे पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई थी। अब 15 सितंबर के बाद बारिश का मौसम खत्म माना जाता है, जिससे साहसिक गतिविधियां और अन्य पर्यटन आयोजन फिर से शुरू होने की उम्मीद है।
होटल एंड रेस्तरां एसोसिएशन धर्मशाला-मैक्लोडगंज के अध्यक्ष अश्वनी बांबा ने इस खबर पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि 15 सितंबर के बाद से पर्यटन कारोबार में तेजी आने की पूरी संभावना है। उन्होंने बताया कि होटलों में एडवांस बुकिंग के लिए फोन आने शुरू हो गए हैं और पर्यटक लगातार मौसम और सड़कों की स्थिति के बारे में जानकारी ले रहे हैं। बांबा ने उम्मीद जताई कि मौसम साफ होते ही पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी और इससे पर्यटन कारोबार को मजबूती मिलेगी। यह उड़ानों की संख्या में वृद्धि न केवल पर्यटकों के लिए यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि स्थानीय व्यापार और रोजगार के अवसरों को भी बढ़ावा देगी।