Edited By Vijay, Updated: 17 Aug, 2024 01:28 PM
कोलकाता में महिला डॉक्टर से हुए जघन्य अपराध के विरोध में पूरे देश में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और धरने-प्रदर्शनों का दौर जारी है। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टर भी एक दिन की हड़ताल पर चले गए हैं।
हिमाचल डैस्क: कोलकाता में महिला डॉक्टर से हुए जघन्य अपराध के विरोध में पूरे देश में लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और धरने-प्रदर्शनों का दौर जारी है। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टर भी एक दिन की हड़ताल पर चले गए हैं। शनिवार को राज्य के सभी जिलाें में सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने महिला डॉक्टर से हुए जघन्य अपराध के विरोध में धरने-प्रदर्शन किए तथा दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की। उधर, डॉक्टरों की हड़ताल के चलते अस्पतालों में आपताकालीन सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प रहीं, जिसके चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
जिला कांगड़ा में शनिवार सुबह से सरकारी और निजी अस्पतालों के डॉक्टर 24 घंटे की पैन डाऊन स्ट्राइक पर चले गए हैं। हड़ताल से प्रदेश भर में ओपीडी सेवाएं प्रभावित हैं। हालांकि आपातकालीन सेवाएं जारी हैं। टांडा मेडिकल कॉलेज, जोनल अस्पताल धर्मशाला, सिविल अस्पताल पालमपुर, देहरा, नूरपुर आदि अस्पतालों में डॉक्टरों धरने-प्रदर्शन किए और रैलियां भी निकालीं।
सोलन शहर में सभी अस्पताल बंद हैं। यही नहीं, डॉक्टरों ने क्षेत्रीय अस्पताल सोलन से एक रोष रैली निकाल कर महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग की। इसके बाद डॉक्टरों ने डीसी सोलन के माध्यम से केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपा।
ऊना जिला में सरकारी और निजी अस्पतालों के डाॅक्टर्स पैन डाऊन स्ट्राइक पर चले गए हैं, जिसके कारण मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अस्पताल पहुंचे अनेक रोगियों ने बताया कि वह यहां चैकअप करवाने के लिए आए थे लेकिन यहां ओपीडी बंद है। उधर, हिमाचल मेडिकल रिप्रैजेंटेटिव यूनियन के पदाधिकारियों ने कोलकाता में डाक्टर के साथ हुए जघन्य अपराध की निंदा की।