Edited By Jyoti M, Updated: 10 Dec, 2024 05:00 PM
महिला बाल विकास विभाग निदेशालय की ओर से इस बाबत सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। इस व्यवस्था से अब राशन वितरण में गड़बड़झाले की आशंका नहीं रहेगी।
हिमाचल डेस्क। महिला बाल विकास विभाग निदेशालय की ओर से इस बाबत सभी जिला कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। इस व्यवस्था से अब राशन वितरण में गड़बड़झाले की आशंका नहीं रहेगी। जानकारी के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों में उपस्थित बच्चों का फोटो कार्यकर्ता सहित पोषण ट्रैकर पर अपलोड करने के बाद ही अब राशन पकेगा।
अब जितने बच्चों का फोटो अपलोड होगा, उतनी ही तय मात्रा में राशन और सुबह के स्नैक्स की एंट्री ऑनलाइन दर्ज होगी। आंगनबाड़ी केंद्र के खुलते ही केंद्र में पहुंचे बच्चों को सुबह के स्नैक्स दिए जाएंगे। स्नैक्स के दौरान ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को बच्चों सहित सेल्फी लेकर पोषण ट्रैकर पर अपलोड करनी होगी। प्रदेश में इस समय 18 हजार आंगनबाड़ी केंद्र हैं। राशन वितरण में किसी तरह की कोई गड़बड़ न हो यह अब पोषण ट्रैकर एप से सुनिश्चित होगा।
तीन साल से छोटे बच्चे अथवा मां का फोटो जरूरी
अनिल कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला बाल विकास विभाग, हमीरपुर ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र में छह साल तक के बच्चों को पोषण के लिए राशन मिलता है। तीन साल तक की उम्र के बच्चों और उनकी मां को घर के लिए राशन दिया जाता है। इन बच्चों को राशन वितरण के दौरान भी बच्चे अथवा मां का लाइव फोटो एप से अपलोड करना अनिवार्य किया है।
आंगनबाड़ी केंद्रों में निर्देश मिलते ही व्यवस्था लागू कर दी है। इस व्यवस्था के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की हाजिरी के साथ फोटो अपलोड करना अनिवार्य किया है। यह काम हर दिन करना होगा।