Edited By Jyoti M, Updated: 01 Dec, 2025 11:27 AM

डॉक्टर बनने का सपना लिए एम्स बिलासपुर के हॉस्टल में रह रहे दो होनहार एमबीबीएस छात्रों के लिए एक रात काल बन गई। कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर पडगल के नज़दीक एक भीषण सड़क दुर्घटना में राजस्थान के बुहाना, तहसील थली के निवासी अखिलेश (पुत्र विक्रम सिंह) की...
हिमाचल डेस्क। डॉक्टर बनने का सपना लिए एम्स बिलासपुर के हॉस्टल में रह रहे दो होनहार एमबीबीएस छात्रों के लिए एक रात काल बन गई। कीरतपुर-नेरचौक फोरलेन पर पडगल के नज़दीक एक भीषण सड़क दुर्घटना में राजस्थान के बुहाना, तहसील थली के निवासी अखिलेश (पुत्र विक्रम सिंह) की दर्दनाक मृत्यु हो गई।
घटना के समय अखिलेश अपने साथी छात्र आयुष कुमार के साथ स्कूटी पर सवार थे। हरियाणा के फ़रीदाबाद (एसआरएस रेजीडेंसी सेक्टर–88 खेरी कलां) से ताल्लुक रखने वाले आयुष, इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और फ़िलहाल एम्स बिलासपुर के गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में जीवन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
अनसुलझा रहस्य: क्या थी दुर्घटना की वजह?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एमबीबीएस के दोनों छात्र दिन से ही हॉस्टल से बाहर थे। देर रात लगभग 11 से 12 बजे के बीच, स्थानीय निवासियों ने पुलिस और अस्पताल को स्कूटी दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना दी। तत्काल मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने दोनों छात्रों को एम्स बिलासपुर पहुँचाया, जहाँ डॉक्टरों ने अखिलेश को मृत घोषित कर दिया।
दुर्भाग्यवश, पडगल चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरे में तकनीकी ख़राबी के कारण पुलिस को घटना की कोई स्पष्ट फुटेज नहीं मिल पाई है। इसी वजह से यह संदेह बना हुआ है कि यह महज़ स्कूटी के अनियंत्रित होने का मामला है या किसी अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मारी है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिव चौधरी ने बताया कि पुलिस ने फ़िलहाल अज्ञात व्यक्तियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सीसीटीवी फुटेज को रिकवर करने के बाद दुर्घटना की वास्तविक वजह सामने आ पाएगी और स्थिति साफ़ हो सकेगी।