Edited By Jyoti M, Updated: 26 Dec, 2025 03:47 PM

हिमाचल प्रदेश के भोरंज में एक ऐसी ही घटना सामने आई, जहाँ मां की मामूली सी डांट ने एक मासूम के मन पर ऐसी चोट की कि वह अनजान रास्तों पर अकेले ही निकल पड़ी।
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के भोरंज में एक ऐसी ही घटना सामने आई, जहाँ मां की मामूली सी डांट ने एक मासूम के मन पर ऐसी चोट की कि वह अनजान रास्तों पर अकेले ही निकल पड़ी।
क्या था पूरा मामला?
यह घटना भोरंज क्षेत्र के एक गांव की है, जहाँ उत्तर प्रदेश का एक प्रवासी परिवार रहता है। परिवार के मुखिया, जो पेशे से मिस्त्री हैं, सुबह काम के सिलसिले में घर से बाहर थे। घर पर उनकी पत्नी अपने तीन बच्चों के साथ मौजूद थीं। सुबह का वक्त था और सात साल की बड़ी बेटी मोबाइल पर कार्टून देखने में मग्न थी।
जब मां ने उसे डिजिटल दुनिया से बाहर आकर भोजन करने के लिए कहा, तो बच्ची ने उसे अनसुना कर दिया। मां ने थोड़ा कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उसे डांटा, जो उस मासूम को इतना नागवार गुजरा कि उसने एक खौफनाक कदम उठा लिया। मां रसोई के कामों में व्यस्त हुई और इधर गुस्से से भरी बच्ची चुपचाप घर की दहलीज पार कर गई।
पुलिस की सक्रियता और 5 किलोमीटर का सफर
जब काफी देर तक बच्ची का पता नहीं चला, तो परिवार के हाथ-पांव फूल गए। आनन-फानन में इसकी जानकारी भोरंज पुलिस को दी गई। मामला एक छोटी बच्ची की सुरक्षा से जुड़ा था, इसलिए पुलिस प्रशासन तुरंत एक्शन मोड में आ गया।
पुलिस टीम ने इलाके के चप्पे-चप्पे पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। हैरानी की बात यह थी कि वह नन्हीं बच्ची अपनी नाराजगी में पैदल ही करीब 5 किलोमीटर दूर निकल चुकी थी। करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद, सुबह 11 बजे पुलिस ने उसे सकुशल बरामद कर लिया।
परिजनों की आँखों में आए खुशी के आँसू
पुलिस ने जब सुरक्षित रूप से बच्ची को उसके माता-पिता को सौंपा, तो पूरे परिवार ने राहत की सांस ली। एसपी बलवीर सिंह ने पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीक (CCTV) की मदद से बच्ची को कुछ ही घंटों में ढूंढ लिया गया।