Edited By Jyoti M, Updated: 02 Jul, 2025 04:44 PM

हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की बारिश ने भारी तबाही मचा रखी है और आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर होने की आशंका है। मौसम विभाग ने 5 से 7 जुलाई तक राज्य के कई हिस्सों में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी करते हुए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है।
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की बारिश ने भारी तबाही मचा रखी है और आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर होने की आशंका है। मौसम विभाग ने 5 से 7 जुलाई तक राज्य के कई हिस्सों में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी करते हुए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया है। इससे पहले, आज से 4 जुलाई तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने 8 जुलाई तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहने का अनुमान लगाया है और लोगों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है।
राजधानी शिमला में भी लगातार बारिश
राजधानी शिमला सहित राज्य के अधिकांश जिलों में बुधवार को भी रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहा। बीते 24 घंटों के दौरान कई क्षेत्रों में अच्छी-खासी बारिश दर्ज की गई है। सोलन जिले के कसौली में सर्वाधिक 55 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई, जो इस बात का संकेत है कि निचले इलाकों में भी बारिश का जोर बना हुआ है। इसके अलावा, बागी में 54 मिमी, धर्मपुर में 38 मिमी, मंडी में 36 मिमी, सराहन में 32 मिमी और सोलन शहर में 28 मिमी बारिश हुई है। इन आंकड़ों से साफ है कि प्रदेशभर में मॉनसून सक्रिय है और इसका असर जनजीवन पर पड़ रहा है।
जान-माल का भारी नुकसान
लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य में भूस्खलन, सड़कों के अवरुद्ध होने और जलभराव की घटनाएं तेजी से बढ़ गई हैं। पहाड़ों से पत्थर गिरने और मिट्टी धंसने से कई सड़कें बंद हो गई हैं, जिससे यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 20 जून से 1 जुलाई के बीच बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक कई लोगों की दुखद मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। इस अवधि में कई मकान, दुकानें और गौशालाएं पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए हैं और उनका जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
अब तक करोड़ो का नुकसान आंकलित किया गया है, लेकिन यह आंकड़ा बढ़ने की पूरी संभावना है क्योंकि बारिश का दौर अभी थमा नहीं है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार स्थिति पर नजर रख रही हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रही हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित रहें।