Edited By Jyoti M, Updated: 13 Jan, 2025 10:28 AM
हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले की नालदेहरा पंचायत के झोलो गांव में हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया। खेत समतल करने के दौरान जेसीबी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से 70 वर्षीय गीता देवी और उनकी 21 वर्षीय पोती वर्षा की मौत हो गई।
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले की नालदेहरा पंचायत के झोलो गांव में हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे गांव को गमगीन कर दिया। खेत समतल करने के दौरान जेसीबी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से 70 वर्षीय गीता देवी और उनकी 21 वर्षीय पोती वर्षा की मौत हो गई।
यह हादसा दोपहर करीब 1:00 बजे हुआ, जब गीता देवी और वर्षा खेत के नीचे घास काटने गई थीं। उसी समय, खेत समतल करने के लिए काम कर रही जेसीबी से बड़े-बड़े पत्थर पहाड़ी से नीचे गिर गए। स्थानीय लोगों ने शोर मचाकर उन्हें आगाह करने की कोशिश की, लेकिन पत्थरों की तेज गति के कारण दोनों संभल नहीं पाईं और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
वर्षा का शव नाले की ओर झाड़ियों में फंसा हुआ पाया गया, जिसे निकालने में काफी मुश्किलें आईं। वर्षा कॉलेज में बीकॉम फाइनल की छात्रा थी। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और पंचायत प्रधान सुषमा कश्यप घटनास्थल पर पहुंच गए। शवों को पोस्टमार्टम के लिए आईजीएमसी अस्पताल ले जाया गया। एडीशनल एसपी रतन सिंह नेगी ने बताया कि इस हादसे में लापरवाही की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस दर्दनाक घटना से गांव में मातम का माहौल है। परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गीता देवी और वर्षा की असमय मौत ने पूरे समुदाय को झकझोर दिया है। पंचायत प्रधान ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है और प्रशासन से पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द मदद पहुंचाने की अपील की है।