Edited By Vijay, Updated: 28 Dec, 2024 12:57 PM

प्रदेश सरकार तकनीकी संस्थानों में नए स्टडी स्ट्रक्चर को लागू करने पर विचार कर रही है। इस बदलाव के तहत आर्टिफिशियल इंटैलीजैंस, रोबोटिक्स और डेटा साइंस जैसे नए कोर्स शुरू किए जाएंगे, जो नवीनतम तकनीकी रूझानों पर आधारित होंगे।
शिमला (ब्यूरो): प्रदेश सरकार तकनीकी संस्थानों में नए स्टडी स्ट्रक्चर को लागू करने पर विचार कर रही है। इस बदलाव के तहत आर्टिफिशियल इंटैलीजैंस, रोबोटिक्स और डेटा साइंस जैसे नए कोर्स शुरू किए जाएंगे, जो नवीनतम तकनीकी रूझानों पर आधारित होंगे। इसके अलावा प्रदेश के प्रमुख तकनीकी संस्थानों में अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं की स्थापना की जाएगी और उद्योगों व तकनीकी कालेजों के बीच सहयोग बढ़ाने की दिशा में भी प्रयास किए जाएंगे। तकनीकी शिक्षा को रोजगार से जोड़ने के लिए प्लेसमैंट सहायता कार्यक्रम भी लागू होंगे।
अगले शैक्षणिक सत्र से आईटीआई में कृषि और बागवानी ट्रेड शुरू किए जा रहे हैं। यह डिप्लोमा कोर्स एक और दो वर्ष के होंगे, और उनका सिलेबस भी तैयार कर लिया गया है। इससे छात्रों को कम अवधि और कम फीस में रोजगारपूरक डिप्लोमा कोर्स मिल सकेगा। वर्तमान में कृषि और बागवानी में बीएससी व एमएससी स्तर की डिग्री करवाई जाती है, लेकिन 10वीं व 12वीं के बाद इस क्षेत्र में डिप्लोमा कोर्स नहीं उपलब्ध था।
तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि राज्य के आईटीआई संस्थानों में कृषि और बागवानी ट्रेड अगले शैक्षणिक सत्र से शुरू होंगे, जिसका सिलेबस तैयार हो चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के तकनीकी संस्थानों में आधुनिक तकनीकों और डिजिटल शिक्षण साधनों को शामिल किया जा रहा है, ताकि छात्रों को रोजगार योग्य कौशल मिल सके।
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