Edited By Jyoti M, Updated: 20 Nov, 2024 01:01 PM
अब गोलगप्पे (पानी पूरी) के पानी की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं। फूड स्टैंडर्ड एवं सेफ्टी विंग द्वारा ऊना में भरे गए गोलगप्पे पानी के सैंपल सब स्टैंडर्ड पाए गए हैं। हाल ही में इसके सैंपल भरे गए थे और जांच के लिए इसे प्रदेश की कंडाघाट स्थित लैब में भेजा...
ऊना, (सुरेन्द्र): अब गोलगप्पे (पानी पूरी) के पानी की गुणवत्ता पर सवाल उठे हैं। फूड स्टैंडर्ड एवं सेफ्टी विंग द्वारा ऊना में भरे गए गोलगप्पे पानी के सैंपल सब स्टैंडर्ड पाए गए हैं। हाल ही में इसके सैंपल भरे गए थे और जांच के लिए इसे प्रदेश की कंडाघाट स्थित लैब में भेजा गया था।
जांच के दौरान उसमें कलर की मौजूदगी पाई गई है। नियमों के तहत पानी में इस कलर का उपयोग नहीं किया जा सकता है। रिपोर्ट आने के बाद फूड सेफ्टी विंग ने इस पर कार्रवाई शुरू कर दी है। और जहां से यह सैंपल भरे गए थे उसके विरुद्ध यह कार्रवाई शुरू हुई है।
फूड सेफ्टी विंग द्वारा हाल ही में जो 17 सैंपलों की रिपोर्ट आई है उनमें 3 सैंपलों में 2 सब स्टैंडर्ड तथा एक मिक्स ब्रांडिड पाया गया है। सरसों के तेल का सैंपल मिक्स बांडिड पाया गया है जबकि कॉफी भी मिस ब्रांडिड पाई गई है। विभाग ने बनी हुई कॉफी के सैंपल भी कलैक्ट किए थे और वह भी जांच के दौरान सब स्टैंडर्ड पाई गई है। अब इस मामले में आगे की कार्रवाई होगी। पिछले दिनों विभाग ने कई सैंपल भरे थे जिन्हें जांच के लिए भेजा गया था और अब इसकी रिपोर्ट आनी शुरू हुई हैं। काफी सैंपलों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
जगदीश धीमान, असिस्टैंट डायरैक्टर, फूड स्टैंडर्ड एवं सेफ्टी विंग ने कहा कि 3 सैंपलों की रिपोर्ट कंडाघाट से आई है। इनमें 2 सब स्टैंडर्ड तथा एक मिस ब्रांडिड है। इस पर कार्रवाई की जा रही है।