Edited By Vijay, Updated: 17 Jul, 2025 05:45 PM

एक ओर परिवार दुख में डूबा था, वहीं दूसरी ओर शातिर चोरों ने उसके घर में दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दे डाला। यह मामला ठियोग उपमंडल की जगोड़ा पंचायत के एक गांव से सामने आया है, जहां चोरों ने पहले एक मकान में सेंध लगाई....
शिमला: एक ओर परिवार दुख में डूबा था, वहीं दूसरी ओर शातिर चोरों ने उसके घर में दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दे डाला। यह मामला ठियोग उपमंडल की जगोड़ा पंचायत के एक गांव से सामने आया है, जहां चोरों ने पहले एक मकान में सेंध लगाई, फिर चोरी करने के बाद घर को आग के हवाले कर दिया।
जानकारी के मुताबिक मकान मालिक जयचंद की भतीजी की 3 जुलाई को मृत्यु हो गई थी। पूरा परिवार शोक संतप्त अवस्था में शिमला गया हुआ था, जहां वे भतीजी के घर पर अंतिम संस्कार व शोक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान गांव में उनका घर पूरी तरह सूना था। 16 जुलाई को दोपहर के समय जयचंद के पड़ोसी ने देखा कि उनके मकान की दूसरी मंजिल से धुआं उठ रहा है। उसने तुरंत जयचंद को फोन कर इसकी सूचना दी। जयचंद ने उसे आग बुझाने और स्थिति देखने को कहा। जब पड़ोसी मौके पर पहुंचा तो देखा कि मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था और खिड़की का शीशा टूटा हुआ था। जयचंद के कहने पर पड़ोसी ने दरवाजा तोड़ा और घर के अंदर जाकर आग पर काबू पाया।
जब जयचंद खुद शिमला से वापस पहुंचे और घर का जायजा लिया तो उनके होश उड़ गए। घर में लगे दोनों सीसीटीवी कैमरे उखाड़े जा चुके थे। अलमारी के भीतर रखे कपड़े और कंबल जलकर राख हो चुके थे। साथ ही अलमारी में रखा एक छोटा लकड़ी का बॉक्स भी गायब था, जिसमें ₹65,000 नकद, दो सोने की चूड़ियां, एक अंगूठी, एक नेक चेन और एक ब्रेसलेट रखा हुआ था। चोर इन सभी कीमती वस्तुओं को चुरा ले गए। इतना ही नहीं, घर में लगा इनवर्टर भी चोरी कर लिया गया।
परिवार पहले से ही गहरे शोक में था और अब इस घटना ने उसे पूरी तरह झकझोर दिया है। जयचंद ने इसकी लिखित शिकायत ठियोग पुलिस थाने में दी, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंची। पुलिस ने प्रारंभिक छानबीन के बाद भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल अभी तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग पाया है।