Edited By Vijay, Updated: 25 Jun, 2019 11:30 PM
केंद्र और प्रदेश की सरकारें समाज के अंतिम गरीब व लाचार व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ देने के दावे करती हैं लेकिन विकास खंड इंदौरा के अंतर्गत आती पंचायत गगवाल के गांव थपकौर में सरकार के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। इस गांव की रहने वाली सीमा...
कांगड़ा (दौलत/अजीज): केंद्र और प्रदेश की सरकारें समाज के अंतिम गरीब व लाचार व्यक्ति तक सरकारी योजनाओं का लाभ देने के दावे करती हैं लेकिन विकास खंड इंदौरा के अंतर्गत आती पंचायत गगवाल के गांव थपकौर में सरकार के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। इस गांव की रहने वाली सीमा देवी स्थानीय पंचायत और सरकार की अनदेखी के चलते अपने 3 जवान बच्चों (2 लड़के और एक लड़की) सहित दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है।
छत को गिरने से बचाने के लिए लकड़ी की बल्लियों का सहारा
सीमा देवी के पति की मृत्यु होने के बाद सीमा देवी के परिवार पर दुखों पहाड़ टूट पड़ा है। मकान की हालत इतनी खस्ता है कि वह कभी भी गिर सकता है। घर की दीवार पिछले साल बारिश की भेंट चढ़ गई थी, जिसके बाद से वे दीवार की रिपेयर नहीं करवा पाए हैं। छत को गिरने से बचाने के लिए लकड़ी की बल्लियों का सहारा लगा रखा है। पूरी तरह से जर्जर हो चुके मकान की हालत दिन ब दिन और खस्ता होती जा रही है।
पेड़ से गिरकर घायल हुआ बड़ा बेटा, बेटी का डॉक्टर बनने का सपना भी टूटा
परिवार में गरीबी और आर्थिक स्थिति खराब होने से तीनों बच्चों का पढ़ाई करने का सपना भी टूट गया। सीमा देवी का बड़ा लड़का कुछ साल पहले एक पेड़ से गिर गया था, जिसकी रीढ़ की हड्डी में गभीर चोट लग गई थी लेकिन आज तक उसे पैंशन नहीं लग पाई है। सीमा देवी का कहना है कि क्या सरकार के नुमाइंदे और पंचायत के जनप्रतिनिधि हम जैसे गरीबो को सिर्फ वोट लेने तक ही सीमित रखते हैं। सीमा की बेटी रीना जोकि पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहती थी। उसका डॉक्टर बनने का सपना था जोकि गरीबी के कारण टूट गया है।
न गैस कनैक्शन मिला, न मिली पैंशन
जिस उज्ज्वला योजना का सरकार ढिंढोरा पीटती है उसके तहत आजतक न तो इस परिवार को गैस कनैक्शन मिला हैं और न ही कोई पैंशन लगी है। कुल मिलाकर इस परिवार को सरकार की ओर से कोई अनुदान राशि नहीं मिली है।
2640 रुपए में चलता है घर का गुजारा
आज हजारों कमाने वाले भी महंगाई के कारण परिवार के भरण-पोषण में मुश्किल अनुभव करते हैं, ऐसे में एक निजी संस्थान में 3 हजार रुपए पर झाड़ू-पोछा कर मजदूरी के काटकर 2640 रुपए मासिक प्राप्त करने वाली सीमा का गुजारा कैसे चलता होगा, अनुमान लगाया जा सकता है।
सरकारी योजनाओं का दिलाया जाएगा लाभ : विधायक
इस बारे विधायक रीता धीमान ने बताया कि उन्हें इससे पहले किसी ने इस बारे अवगत नहीं करवाया। अब मामला ध्यान में आया है। अब तक किसी योजना का लाभ न मिल पाना दुखद है। सभी योजनाओं के फार्म भरवाकर मुझे दें, परिवार को लाभ दिलाया जाएगा।
प्रसाशन करेगा मदद : डी.सी.
इस बारे डी.सी. कांगड़ा राकेश कुमार प्रजापति ने बताया कि आपके माध्यम से यह मामला उनके संज्ञान में लाया गया है। जो भी प्रशासन की तरफ से बन पाएगा, मदद की जाएगी।