Edited By Jyoti M, Updated: 14 Jan, 2025 01:41 PM
यह घटना यह दिखाती है कि कुछ लोग अपनी स्वार्थपूर्ण मानसिकता के कारण पशुओं के प्रति क्रूरता का परिचय दे रहे हैं, जबकि गाय को भारतीय संस्कृति में माता का दर्जा दिया गया है। यह शर्मनाक है कि जब गाय किसी काम की नहीं रही तो उसके मालिक ने उसे बेसहारा छोड़...
हिमाचल डेस्क। भारतीय संस्कृति में गाय को माता का दर्जा दिया गया है। यह शर्मनाक है कि जब गाय किसी काम की नहीं रही तो उसके मालिक ने उसे बेसहारा छोड़ दिया। लेकिन यह गाय सड़कों पर चलना नहीं जानती थी और एक ही जगह भूखी-प्यासी बैठी रही। यह मामला कांगड़ा से सामने आया है यहां पर मालिक ने जरुरत निकलने पर गाय को सड़कों पर छोड़ दिया अब यह गाय दर दर भटक रही है।
एक समाजसेवी धीरज महाजन द्वारा इस गाय को बचाने और उसकी देखभाल का कदम सचमुच सराहनीय है। उन्होंने न केवल गाय को गौशाला पहुँचाया, बल्कि उस व्यक्ति को ढूंढने की भी कोशिश की जिसने इस गाय को छोड़ दिया था। इसके अलावा, उस व्यक्ति की पहचान बताने पर उन्होंने 21000 रुपए का नकद ईनाम देने का एलान किया, ताकि ऐसे कृत्य करने वाले लोगों को सख्त संदेश दिया जा सके।
उन्होनें कहा कि समाज में इंसानियत को बचाने के लिए हमें खुद आगे आना होगा, ताकि ऐसे कृत्य करने वाले लोगों को सबक सिखाया जा सके और पशुओं के साथ सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जा सके।