Edited By Vijay, Updated: 14 Jun, 2019 03:41 PM
अगर आप कुल्लू-मनाली घूमने आ रहे हैं तो रुमाल और मास्क अपने साथ अवश्य लेकर आएं क्योंकि कुल्लू घाटी के प्रवेश द्वार भुंतर में ही कूड़े-कचरे के ढेर आपका स्वागत करने के लिए तैयार हैं। यही नहीं, कूड़े-कचरे के ढेर से उठती बदबू आपको बहुत परेशान कर सकती है,...
कुल्लू (दिलीप): अगर आप कुल्लू-मनाली घूमने आ रहे हैं तो रुमाल और मास्क अपने साथ अवश्य लेकर आएं क्योंकि कुल्लू घाटी के प्रवेश द्वार भुंतर में ही कूड़े-कचरे के ढेर आपका स्वागत करने के लिए तैयार हैं। यही नहीं, कूड़े-कचरे के ढेर से उठती बदबू आपको बहुत परेशान कर सकती है, ऐसे में रुमाल या मास्क साथ जरूर रखें ताकि आपको इस बदबू से ज्यादा परेशानी न हो।
सड़क के दोनों तरफ लगे गंदगी के ढेर करते हैं स्वागत
उल्लेखनीय है कि विश्व विख्यात पर्यटन नगरी कुल्लू-मनाली के प्रवेश द्वार भुंतर में चारों तरफ गंदगी का आलम है। सड़क के दोनों तरफ गंदगी के ढेर लगे हुए हैं, ऐसे में सैलानी चाहे हवाई जहाज से आएं या वाहनों के द्वारा, दोनों ही स्थिति में भुंतर में गंदगी के ढेर सैलानियों का स्वागत करने के लिए बाहें फैलाए तैयार हैं। हवाई जहाज से उतरते ही सड़क में गंदगी के ढेर सैलानियों का स्वागत करते हैं लेकिन भुंतर नगर पंचायत इस मामले में पूरी तरह तमाशबीन बनी हुई है। कुल्लू-मनाली में पर्यटन सीजन पूरे यौवन पर है और हर रोज हजारों सैलानी यहां पहुंच रहे हैं, जिनकी वजह से कुल्लू-मनाली के हजारों लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार मिल रहा है लेकिन कुल्लू-मनाली प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए आने वाले सैलानियों का स्वागत पारंपरिक तरीके से करने की बजाय नगर पंचायत व नगर परिषद कूड़े-कचरे के ढेर से करतीं प्रतीत हो रही हैं।
नगर पंचायत ने मूंद रखी हैं आंखें
हजारों रुपए खर्च करके हवाई जहाज से भुंतर पहुंचने वाले सैलानियों को हवाई अड्डे से बाहर निकलते ही कचरे के ढेरों से आती बदबू से परेशान होना पड़ रहा है, जिस कारण वे यहां से निकलना ही बेहतर समझते हैं। एयरपोर्ट गेट से लेकर हाथीथान व शमशी तक चारों ओर सड़क के किनारे गन्दगी ही गन्दगी नजर आती है लेकिन नगर पंचायत इस तरफ पूरी तरह आंखें मूंदे हुए है। साफतौर पर कहा जाए तो स्वच्छ भारत अभियान की यहां पर पूरी तरह से धज्जियां उड़ाई जा रही हैं और जिला प्रशासन भी इस मसले पर खामोशी धारण किए हुए है, जिसका खमियाजा सैलानियों को भुगतना पड़ रहा है।