Edited By Vijay, Updated: 12 Dec, 2025 03:08 PM

हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मंडी शहर की पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिए कड़े कदम उठाए हैं। शुक्रवार को उन्होंने मंडी शहर को पानी पहुंचाने वाली ऊहल नदी पेयजल योजना का सकोर गांव के समीप निरीक्षण किया।
मंडी (रजनीश): हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मंडी शहर की पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिए कड़े कदम उठाए हैं। शुक्रवार को उन्होंने मंडी शहर को पानी पहुंचाने वाली ऊहल नदी पेयजल योजना का सकोर गांव के समीप निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को पाइपलाइन के रिलाइनमैंट और स्थायी समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए, ताकि शहरवासियों को निर्बाध जलापूर्ति मिल सके।
मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि हाल की बरसात और आपदा के दौरान पहाड़ दरकने से 28 किलोमीटर लंबी इस मुख्य पाइपलाइन को भारी नुक्सान पहुंचा था। विशेषकर सकोर गांव के पास लगभग 300 मीटर के दायरे में भूस्खलन के कारण सड़क और पाइपलाइन बार-बार क्षतिग्रस्त हो रही थी, जिससे मंडी शहर की जलापूर्ति प्रभावित हो रही थी। समस्या की गंभीरता को देखते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी की विशेषज्ञ टीम से इसका निरीक्षण करवाया गया था। टीम के सुझावों के आधार पर अब लाइन का रिलाइनमैंट कार्य शुरू किया गया है।
योजना के तहत भूस्खलन वाले खतरनाक हिस्से को बाईपास करते हुए अब 450 मिलीमीटर व्यास की 970 मीटर लंबी नई ग्रैविटी मेन पाइपलाइन बिछाई जाएगी। नई लाइन बिछने से बार-बार होने वाली टूट-फूट की समस्या खत्म होगी, वहीं बार-बार की मुरम्मत पर होने वाला खर्च बचेगा। इसके साथ ही मंडी शहर की 50 हजार से अधिक की आबादी को हर मौसम में बिना रुकावट पानी मिलेगा।

जल शक्ति विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि रियागड़ी से मंडी तक आने वाली इस योजना से शहर को प्रतिदिन 16 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) पानी की आपूर्ति की जाती है। उपमुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि यह योजना शहर की लाइफलाइन है, इसलिए अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि काम जल्द पूरा हो और लोगों को परेशानी न हो। निरीक्षण के दौरान जल शक्ति विभाग के मुख्य अभियंता उपेंद्र वैद्य ने प्रस्तावित कार्य का ब्यौरा दिया। इस मौके पर मिल्क फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष चेतराम ठाकुर सहित विभाग के अन्य उच्चाधिकारी भी उपस्थित रहे।