Edited By Jyoti M, Updated: 25 Feb, 2025 11:41 AM
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जिन लड़कों और लड़कियों की कुंडली में मांगलिक दोष आते हैं, उन जोड़ों का पाणीसंस्कार श्रीदेव बालाकामेश्वर बनयूरी करवाते हैं। मान्यता है कि उनकी ओर से शादी करवाने के बाद सारे कुंडली दोष दूर हो जाते हैं। ग्रह चाहे कितने भी क्रूर क्यों न हो इस शादी के...
मंडी। जिन लड़कों और लड़कियों की कुंडली में मांगलिक दोष आते हैं, उन जोड़ों का पाणीसंस्कार श्रीदेव बालाकामेश्वर बनयूरी करवाते हैं। मान्यता है कि उनकी ओर से शादी करवाने के बाद सारे कुंडली दोष दूर हो जाते हैं। ग्रह चाहे कितने भी क्रूर क्यों न हो इस शादी के बाद कोई अनिष्ट नहीं करते।
हर साल अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करने वाले देव श्री बालाकामेश्वर बनयूरी इस समस्या का निवारण करते हैं। ये देवता मंडी के बड़ा देव कमरुनाग के ज्येष्ठ पुत्र माने जाते हैं। अब तक मंदिर परिसर में हजारों शादियां हो चुकी हैं। हिमाचल ही नहीं, कई अन्य राज्यों से जोड़ों की शादी यहां हो चुकी है। यह शादियां पूरी तरह से सफल हुई हैं। ऐसे जोड़ों को शादी का प्रमाण पत्र भी मंदिर कमेटी उपलब्ध करवाती है। देवता को 18 व्याधियों का निवारण करने वाला माना जाता है। कहते हैं, जब मंडी में चेचक फैला तो उनके प्रताप से ही इस महामारी पर नियंत्रण किया गया था।
मंडी से 45 किमी दूर छपराहन में है भव्य मंदिर
जिला मुख्यालय मंडी से करीब 45 किलोमीटर दूर नाचन क्षेत्र के तहत चच्योट तहसील के बनयूर में देवता श्री देव बालाकामेश्वर का भव्य मंदिर है। देवता हर साल अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि में जलेब के दिन आते हैं और उसी दिन से शिवरात्रि की शोभा बढ़ाते हैं।