Edited By prashant sharma, Updated: 08 Jun, 2020 12:25 PM
बिलासपुर में एक मामले की शिकायत जब मुख्यमंत्री तब पहुंची उसके बाद पुलिस ने पूरे मामले में जांच के बाद एफआईआर दर्ज की है। मामला एक नवजात बच्चे की मौत से जुड़ा है।
बिलासपुर : बिलासपुर में एक मामले की शिकायत जब मुख्यमंत्री तब पहुंची उसके बाद पुलिस ने पूरे मामले में जांच के बाद एफआईआर दर्ज की है। मामला एक नवजात बच्चे की मौत से जुड़ा है। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हो गई थी। इस संबंध में बच्चे के पिता ने सीएम को शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने जांच कर अस्पताल मालिक और डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर-घुमारवीं नेशनल हाईवे पर कोठी नामक स्थान पर संचालित एक निजी अस्पताल है।घुमारवीं उपमंडल के तहत कोट निवासी मुनेश राज शर्मा ने सीएम जयराम ठाकुर को इस संबंध में शिकायत भेजकर कहा था कि पिछले वर्ष दिसंबर में उनकी पत्नी का कोठी स्थित निजी अस्पताल में प्रसव हुआ था जिससे उन्हें बेटा पैदा हुआ था। बेटे के पैदा होने के बाद उसके बीमार होने पर कुछ समय के लिए इसी अस्पताल में तैनात डॉक्टरों ने उसका इलाज किया और बाद में छुट्टी दे दी।
कुछ दिन बाद दोबारा से बच्चे की तबीयत खराब हो गई तो उसे जिला हमीरपुर के भोटा स्थित एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने कहा कि बच्चे का ऑपरेशन होना है। लेकिन परिजनों ने बच्चे को पीजीआई रेफर करवा लिया। पीजीआई में जनवरी माह में बच्चे की मौत हो गई। शिकायत में कहा गया है कि पीजीआई में बच्चे का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने कहा है कि कोठी स्थित निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्चे के इलाज में लापरवाही बरती थी, उसी से उसकी हालत बिगड़ती चली गई। बताया जा रहा है कि सीएम जयराम ठाकुर को भेजी शिकायत में उन्होंने पुलिस जांच के बाद एफआइआर दर्ज करने का आग्रह किया था। बताया जा रहा है कि सीएम ऑफिस से मिली शिकायत की प्रति के आधार पर ही एसपी बिलासपुर ने डीएसपी अजय ठाकुर से मामले की प्रारंहभक जांच करवाई। उसके बाद ही ये एफआईआर दर्ज हुई है।