Edited By Vijay, Updated: 25 Mar, 2025 06:03 PM

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेज स्वायत्त संस्था हैं। वे अपने स्तर पर संसाधन जुटाने के लिए आरकेएस के माध्यम से शुल्क लगा सकते हैं।
शिमला (भूपिन्द्र): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेज स्वायत्त संस्था हैं। वे अपने स्तर पर संसाधन जुटाने के लिए आरकेएस के माध्यम से शुल्क लगा सकते हैं। यह बात उन्होंने मंगलवार को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक आरएस बाली के सवाल के जवाब में कही। आरएस बाली का कहना था कि टांडा मेडिकल कॉलेज में रेडियोथैरेपी, एंडोकिनोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, ब्लड बैंक व नैफ्रोलॉजी में रैजीडैंट चिकित्सक के पद सृजित नहीं हैं। इसके जवाब में सीएम ने कहा कि इन पदों के सृजन एवं भरने से संबंधित मामला वर्तमान में सरकार के विचाराधीन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण में कुछ सीनियर रैजीडैंट के पद भरे जाएंगे तथा अगले चरण में शेष पदों को भरा जाएगा। उन्होंने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज में वार्षिक मुरम्मत व नियमित रखरखाव के लिए धनराशि का प्रावधान है। सरकार भवनों की मुरम्मत व नियमित रखरखाव के लिए सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों को मांग के अनुसार धनराशि उपलब्ध करवाती है।
आरएस बाली ने टांडा मेडिकल कॉलेज के लिए मांगा अलग से बजट
इससे पहले अनुपूरक सवाल करते हुए विधायक आरएस बाली ने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज को रखरखाव का बजट नहीं मिलता है, इसलिए उनके विधानसभा क्षेत्र के विकास का पैसा टांडा के रखरखाव पर खर्च हो रहा है। उन्होंने कहा कि आईजीएमसी की तर्ज पर टांडा मेडिकल कॉलेज को भी अलग से बजट दिया जाए।
नाहन मेडिकल कॉलेज के लिए सिरमौर के विधायक तय करें स्थान
मुख्यमंत्री ने कहा कि डाॅ. यशवंत सिंह परमार राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय नाहन के विस्तारीकरण के लिए सिरमौर के विधायक स्थान तय करें। उन्होंने बताया कि जहां पर वर्तमान में कॉलेज बनाया जा रहा है, वहां पर विस्तारीकरण के लिए स्थान की कमी है। उन्होंने बताया कि नाहन मेडिकल कॉलेज में विस्तारीकरण के लिए नौणी का बाग (कांशीवाला) में भूमि के चयन का मामला सरकार के समक्ष विचाराधीन है। यह बात उन्होंने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक अजय सोलंकी के सवाल के जवाब में कही। इस दौरान विधायक सुखराम चौधरी ने भी अनुपूरक सवाल किया।
मुरली मनोहर मंदिर का होली मेले से एकत्र फंड से हो जीर्णोद्धार : रणजीत
प्रश्नकाल में विधायक कैप्टन रणजीत सिंह ने कहा कि मुरली मनोहर मंदिर एएसआई के अधीन नहीं है। इस मंदिर में होली मेले के दौरान पूजा-अर्चना की जाती है। उन्होंने सुझाव दिया कि होली मेले में एकत्र फंड से इसका जीर्णोद्धार किया जाए। इसके जवाब में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस पर विचार किया जाएगा।
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