Edited By Vijay, Updated: 05 Dec, 2025 07:36 PM

विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को सदन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार हिमकेयर योजना में हुए घोटाले की विस्तृत जांच करवा रही है।
तपोवन (धर्मशाला) (जिनेश): विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को सदन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सरकार हिमकेयर योजना में हुए घोटाले की विस्तृत जांच करवा रही है। उन्होंने कहा कि योजना के तहत अब तक खर्च की गई राशि का ऑडिट प्रधान महालेखाकार हिमाचल प्रदेश की ओर से किया जा रहा है। यह जानकारी मुख्यमंत्री ने नाचन के विधायक विनोद कुमार व बिलासपुर के विधायक त्रिलोक जम्वाल के पूछे गए प्रश्न के जवाब में सदन में कही। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत निजी मेडिकल शॉप व निजी अस्पतालों को फायदा पहुंचाया गया। जिस उद्देश्य से हिमकेयर योजना शुरू की गई थी, उसकी पूर्ति नहीं हुई। योजना की मूल भावना से खिलवाड़ कर भ्रष्टाचार किया गया है। सुक्खू ने कहा कि योजना के तहत गरीबों और जरूरतमंद लोगों का इलाज हो रहा है। मेडिकल काॅलेजों में प्रिंसीपल व मेडिकल सुपरिंटैंडैंट को एक वर्ष में 4 महीने हिमकेयर कार्ड बनाने के लिए अधिकृत किया गया है। हर जरूरतमंद के कार्ड बेरोकटोक बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह घोटाला बहुत बड़ा है तथा अगले बजट सत्र में इस संबंध में सारी जानकारी सदन में रख दी जाएगी।
निजी अस्पतालों को 211 करोड़ रुपए का भुगतान
सीएम ने कहा कि निजी अस्पतालों को 211 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया गया है। 110 करोड़ रुपए की देनदारियां बचती हैं। सुक्खू ने कहा कि मनरेगा का कार्ड बनाने के लिए कोई मान्यता की शर्त नहीं रखी गई है। सुक्खू ने कहा कि आयुष्मान योजना में भी प्रदेश सरकार अपने राजस्व से पैसा दे रही है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना के तहत जितना पैसा केंद्र से आता है, प्रदेश सरकार उतने के इलाज की सुविधा देगी। उन्होंने कहा कि यदि मैडीकल कालेजों के प्रधानाचार्य व एम.एस. 100 बना ले रहे होंगे तो उनको और कार्ड बनाने की अनुमति प्रदान की जाएगी। सुक्खू ने कहा कि हिमकेयर योजना के तहत लोगों का इलाज हो रहा है तो ही देनदारियां खड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि 24-25 में केंद्र सरकार से 47 करोड़ रुपए आयुष्मान योजना के तहत आए थे। वहीं प्रदेश सरकार ने आयुष्मान योजना के तहत 56 करोड़ रुपए अपने राजस्व से दिए हैं।
3 साल से जांच और लोग वंचित : जयराम
इसी प्रश्न में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री से पूछा कि मुख्यमंत्री पहले ही दिन से कह रहे हैं कि हिमकेयर योजना एक घोटाला है। उन्होंने कहा कि पिछले 3 साल से यह जांच चली हुई है तथा इस जांच के चलते लोगों को हिमकेयर योजना के लाभ से वंचित किया जा रहा है।
मेडिकल काॅलेजों में बन रहे हिमकेयर कार्ड : स्वास्थ्य मंत्री
इसका मूल प्रश्न विधायक विनोद कुमार ने पूछा था कि हिमकेयर कार्ड जो मेडिकल काॅलेज के प्रधानाचार्य व एमएस द्वारा बनाए जा रहे थे वह नहीं बनाए जा रहे हैं तथा जो भी शर्तें कार्ड को बनाने के लिए रखी गई हैं, उन्हें हटा दिया जाए। इसी का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि मेडिकल काॅलेजों में हिमकेयर के कार्ड लगातार बनाए जा रहे हैं। इसी संदर्भ में विधायक रणधीर शर्मा ने भी अनुपूरक प्रश्न स्वास्थ्य मंत्री से पूछे।