Edited By Jyoti M, Updated: 07 Apr, 2025 01:25 PM

पच्छाद के सैनधार के भेड़ेजी स्कूल के 54 बच्चे दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। यहां स्कूल के साथ एक बावड़ी स्थित है, जिस पर न तो छत है और न ही पानी की निकासी का कोई प्रावधान है। चारों तरफ से ये बावड़ी खुली पड़ी है और पशु-पक्षी भी इसी में से पानी पीते...
सराहां, (नि.स.) : पच्छाद के सैनधार के भेड़ेजी स्कूल के 54 बच्चे दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। यहां स्कूल के साथ एक बावड़ी स्थित है, जिस पर न तो छत है और न ही पानी की निकासी का कोई प्रावधान है। चारों तरफ से ये बावड़ी खुली पड़ी है और पशु-पक्षी भी इसी में से पानी पीते हैं। लिहाजा यह दूषित पानी पीने से संक्रमण फैलने के खतरे से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
स्कूल की एस.एम.सी. के सदस्य रणजीत सिंह ने बताया कि इस बावड़ी के जीर्णोद्धार के लिए पैसा भी मंजूर हुआ था, लेकिन बावजूद इसके बावड़ी का अब तक जीर्णोद्धार नहीं किया जा सका। एस.एम.सी. के सदस्य जिस समय इस बावड़ी की सफाई करने गए तो हालात देखकर हैरान रह गए। पानी बहुत गंदा था और उसमें कीड़े पड़े हुए थे। लिहाजा एस.एम.सी. सदस्यों में रोष देखा जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस स्कूल में क्षेत्र के 54 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं, जिनके लिए पानी का केवल यही स्रोत है। एस.एम.सी. ने सरकार व प्रशासन से आग्रह किया कि स्कूली बच्चों के लिए पीने के पानी की उचित व्यवस्था करवाई जाए, ताकि उनके बच्चे बीमारियों से बच सकें। इस मौके पर एस.एम.सी. प्राइमरी अध्यक्ष अनिल चौहान, एस.एम.सी. अध्यक्ष मिडल स्कूल नितेंद्र ठाकुर के अलावा कई लोग मौजूद रहे