Edited By Kuldeep, Updated: 11 Mar, 2024 10:14 PM
भाजपा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पद की गरिमा का ध्यान रखने की सलाह दी है। भाजपा का कहना है कि मुख्यमंत्री अपनी पार्टी के विधायकों के साथ ही निर्दलीय विधायकों को कभी काला नाग और कभी भेड़ों की संज्ञा दे रहे हैं।
बिलासपुर (विशाल): भाजपा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को पद की गरिमा का ध्यान रखने की सलाह दी है। भाजपा का कहना है कि मुख्यमंत्री अपनी पार्टी के विधायकों के साथ ही निर्दलीय विधायकों को कभी काला नाग और कभी भेड़ों की संज्ञा दे रहे हैं। इससे साफ नजर आ रहा है कि वह खुद गडरिये की तरह इन विधायकों को भेड़ों की तरह हांकना चाहते थे, लेकिन ऐसा न हो पाने के कारण उन पर बौखलाहट हावी हो गई है। मंडी में अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के उद्घाटन अवसर पर भी वह विधायकों के खिलाफ अनाप-शनाप बयानबाजी करते रहे। वह खुद को किसान का बेटा कहते हैं, लेकिन उनका बात और काम करने का तरीका किसी तानाशाह शासक जैसा है।
नयनादेवी के विधायक रणधीर शर्मा और सदर के विधायक त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि जनप्रतिनिधि चाहे किसी भी क्षेत्र के हों, वे नासमझ नहीं हैं। वे अपने क्षेत्र की जनता का भला-बुरा बखूबी समझते हैं। राज्यसभा के चुनाव में हिमाचल के सभी विधायकों ने अपनी अंतर्रात्मा की आवाज सुनकर फैसला किया। राज्यसभा के चुनाव में मुंह की खाने के बाद से मुख्यमंत्री के सुर बिगड़े हुए हैं। उन पर बौखलाहट इतनी हावी हो गई है कि अपनी ही पार्टी तथा निर्दलीय विधायकों को वह कभी काला नाग और कभी भेड़ें कहकर बुला रहे हैं। विधायकों को कोसने की बजाय उन्हें आत्ममंथन करना चाहिए कि उनकी नाराजगी के क्या कारण हैं और इसके लिए कौन दोषी है।