Edited By Kuldeep, Updated: 02 Aug, 2025 07:37 PM

शिक्षा विभाग में शिक्षकों की कमी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। 3 वर्षों में 6221 शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने से स्कूलों में पढ़ाई का संकट गहरा गया है, जबकि विभिन्न श्रेणियों में शिक्षकों के 8388 पद रिक्त पड़े हैं।
बिझड़ी (सुभाष): शिक्षा विभाग में शिक्षकों की कमी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। 3 वर्षों में 6221 शिक्षकों के सेवानिवृत्त होने से स्कूलों में पढ़ाई का संकट गहरा गया है, जबकि विभिन्न श्रेणियों में शिक्षकों के 8388 पद रिक्त पड़े हैं। राजकीय टीजीटी कला स्नातक संघ ने इस स्थिति पर गहरी चिंता जताते हुए सरकार से 2 साल से लंबित पदोन्नति सूचियों को तत्काल जारी करने और रिक्त पदों को शीघ्र भरने की मांग की है। संघ के प्रदेश महासचिव विजय हीर ने आंकड़े जारी करते हुए बताया कि जनवरी 2022 से फरवरी 2025 के बीच 1036 प्रधानाचार्य, 130 मुख्याध्यापक, 964 प्रवक्ता, 249 टीजीटी आर्ट्स और 1159 जेबीटी शिक्षकों सहित कुल 6221 शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसके परिणामस्वरूप आज प्रदेश में शिक्षकों के 8388 पद खाली हैं, जिनमें अकेले प्रवक्ता कैडर के 3208 पद शामिल हैं।
पदोन्नति के इंतजार में शिक्षक
हीर ने कहा कि शिक्षक 2 वर्ष से प्रधानाचार्य, हैडमास्टर, प्रवक्ता और टीजीटी जैसे पदों पर फीडिंग कैडर से अपनी पदोन्नति का इंतजार कर रहे हैं। सैंकड़ों शिक्षक बिना पदोन्नति का लाभ लिए ही सेवानिवृत्त हो गए हैं जिससे शिक्षकों में रोष है। संघ ने मांग की है कि प्रवक्ता और हैडमास्टर से प्रधानाचार्य की पदोन्नति सूची इसी सप्ताह जारी की जाए। इसके बाद टीजीटी से प्रवक्ता के 1600 पदों और टीजीटी से हैडमास्टर के 400 पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया पूरी की जाए। साथ ही जेबीटी और सी एंड वी कैडर से टीजीटी के 400 पद भी पदोन्नति के माध्यम से भरे जाएं।
नई भर्ती प्रक्रिया में भी तेजी लाने की मांग
संघ ने केवल पदोन्नति ही नहीं बल्कि नई भर्तियों में भी तेजी लाने का आग्रह किया है। संघ ने कहा कि जेबीटी और टीजीटी के रिक्त पदों को भरने के लिए अगले 3 महीनों के भीतर कमीशन भर्ती परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। महासचिव विजय हीर ने सुझाव दिया कि यदि कंप्यूटर-आधारित भर्ती के लिए एमओयू लंबित है तो भर्ती प्रक्रिया को रोकने के बजाय राज्य चयन आयोग को ओएमआर शीट्स पर आधारित पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया अपनाने की अनुमति दी जानी चाहिए ताकि युवाओं को रोजगार मिल सके और स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर हो।
विजय हीर ने शिक्षा विभाग में रिक्त पदों का ब्यौरा देते हुए बताया कि वर्तमान में 8388 रिक्त पद हैं, जिनमें प्रवक्ता के 3208, जेबीटी के 3395, टीजीट. आर्ट्स के 342, टीजीटी नॉन-मैडीकल के 444, टीजीटी मैडीकल के 258, मुख्य शिक्षक (सीएचटी) के 195 और हैड टीचर के 546 पद रिक्त चल रहे हैं।