Edited By Vijay, Updated: 28 Oct, 2025 08:36 PM

मनाली की ऊंची पहाड़ियों में फंसे एक 51 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई पैराग्लाइडर पायलट काे 20 घंटे तक चले एक बेहद चुनौतीपूर्ण बचाव अभियान के बाद सफलतापूर्वक रैस्क्यू कर लिया गया है।
मनाली (सोनू): मनाली की ऊंची पहाड़ियों में फंसे एक 51 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई पैराग्लाइडर पायलट काे 20 घंटे तक चले एक बेहद चुनौतीपूर्ण बचाव अभियान के बाद सफलतापूर्वक रैस्क्यू कर लिया गया है। पायलट का पैराग्लाइडर उस वक्त क्षतिग्रस्त हो गया था, जब वह 13,500 फुट की ऊंचाई पर पहाड़ को पार कर रहा था। फिलहाल पायलट मनाली के मिशन अस्पताल में भर्ती है और खतरे से बाहर बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई पायलट मनाली से बीड़ के लिए उड़ान भर रहा था। जब वह एक ऊंचे पहाड़ को पार कर रहा था कि तभी तकनीकी खराबी के कारण उसका पैराग्लाइडर क्षतिग्रस्त हो गया और वह एक संकरी जगह पर जा गिरा। सौभाग्य से उसके साथ उड़ रहे एक अन्य पायलट ने इस घटना को देख लिया और तुरंत मदद के लिए सूचना दी।
सूचना मिलते ही बीड़ पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एडवैंचर टूअर एसोसिएशन मनाली से संपर्क साधा। दोनों एसोसिएशनों ने मिलकर एक बचाव रणनीति बनाई। एडवैंचर टूअर एसोसिएशन मनाली की रैस्क्यू टीम को देर रात ही पहाड़ पर चढ़ाई के लिए भेजा गया। मंगलवार सुबह मौसम साफ होने पर हैलीकॉप्टर की मदद ली गई। चौपर ने 13,500 फुट की ऊंचाई पर संकरी जगह पर घायल अवस्था में पड़े पायलट को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित मनाली पहुंचाया।
बीड़ पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन के सर्च एंड रैस्क्यू प्रमुख कर्ण वीर सिंह और एडवैंचर टूअर एसोसिएशन मनाली के रैस्क्यू टीम प्रभारी रमेश कुमार जोगी ने बताया कि यह एक बहुत ही मुश्किल ऑप्रेशन था। पायलट लगभग 20 घंटे तक जिंदगी और मौत के बीच जूझता रहा। दोनों एसोसिएशनों के सदस्यों के बेहतरीन तालमेल और सहयोग से इस मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई पायलट अब सुरक्षित है।