Edited By Vijay, Updated: 12 Sep, 2025 07:12 PM

मंडी जिले में मानसून की आपदा से प्रभावित दूरदराज के इलाकों में राहत और पुनर्वास कार्यों को तेज कर दिया गया है। जिला प्रशासन दिन-रात काम में जुटा है और खुद उपायुक्त (डीसी) अपूर्व देवगन ने बालीचौकी और गाड़ा गुशैणी जैसे दुर्गम क्षेत्रों में पहुंचकर...
मंडी (रजनीश): मंडी जिले में मानसून की आपदा से प्रभावित दूरदराज के इलाकों में राहत और पुनर्वास कार्यों को तेज कर दिया गया है। जिला प्रशासन दिन-रात काम में जुटा है और खुद उपायुक्त (डीसी) अपूर्व देवगन ने बालीचौकी और गाड़ा गुशैणी जैसे दुर्गम क्षेत्रों में पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
पिछले दो दिनों से उपायुक्त स्थानीय अधिकारियों के साथ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर हैं। उन्होंने गाड़ा गुशैणी पहुंचकर राशन की उपलब्धता, सड़कों की बहाली और संचार सेवाओं की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने राशन डिपो का निरीक्षण कर अनाज की गुणवत्ता भी जांची और स्थानीय स्कूल में छात्रों से बात की। उन्होंने गाड़ागुशैणी से बाहू तक का रास्ता पैदल ही तय किया। इसके उपरांत जीभी होकर वे बालीचौकी पहुंचे और स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक कर राहत कार्यों की समीक्षा की।
उपायुक्त ने बताया कि सभी प्रभावितों तक अगस्त महीने का राशन पहुंचाया जा चुका है और सितम्बर का राशन भी बांटा जा रहा है। रसोई गैस सिलेंडर भी उपलब्ध कराए गए हैं। सड़कों को खोलना सर्वोच्च प्राथमिकता है। रेशन, छत्तरी और शैटाधार सड़क मार्गों को बहाल कर दिया गया है। वहीं बागवानों को अपनी फसल मंडियों तक पहुंचाने में मदद की जा रही है। बागवानी विभाग की टीमें परिवहन व्यवस्था को सुचारू बनाने में जुटी हैं।
एक ओर जहां उपायुक्त ने मोर्चा संभाला है ताे वहीं दूसरी ओर थुनाग के एसडीएम ने खुनाची गांव पहुंचकर प्रभावितों से बात की। एक अन्य प्रशासनिक दल ने माणी पंचायत का दौरा कर स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों का जायजा लिया और बिजली-पानी जैसी जरूरी सेवाओं की बहाली की जानकारी ली। उपायुक्त ने आश्वासन दिया है कि प्रदेश सरकार के निर्देशों के अनुसार प्रशासन हर प्रभावित व्यक्ति तक राहत पहुंचाने के लिए लगातार काम कर रहा है।