Edited By Vijay, Updated: 30 Jul, 2024 04:07 PM
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से की गई अध्यापक पात्रता परीक्षा की आवेदन फीस बढ़ाने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कड़ा एतराज जताया है।
धर्मशाला (ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से की गई अध्यापक पात्रता परीक्षा की आवेदन फीस बढ़ाने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कड़ा एतराज जताया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने विरोध स्वरूप स्कूल शिक्षा बोर्ड कार्यालय के परिसर में धरना-प्रदर्शन किया और फीस बढ़ौतरी के निर्णय को वापस लेने की मांग की है।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि यदि बोर्ड की ओर से ये निर्णय को वापस नहीं लिया जाता है तो शिक्षा बोर्ड के अंदर जाकर अधिकारियों का घेराव किया जाएगा। कार्यकर्ताओं के मुताबिक वर्तमान सरकार से विद्यार्थी निराश हैं। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। रोजगार केवल नेताओं के रिश्तेदारों और घरों तक सीमित हो गया है। विद्यार्थियों से पैसे एंठने का कार्य प्रदेश सरकार कर रही है। सरकार द्वारा कर्ज पर कर्ज लिया जा रहा है। सरकार के हाथ में कटोरा है। भीख मांग कर सरकार को चलाया जा रहा है।
गौर रहे कि स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड द्वारा आयोजित करवाई जाने वाली डीएलएड (सीईटी) तथा सभी विषयों की अध्यापक पात्रता परीक्षाओं के आवेदन शुल्क में बढ़ौतरी की है। बोर्ड ने दोनों ही परीक्षाओं के आवेदन शुल्क को दोगुना कर दिया है। उधर, बोर्ड का तर्क है कि वर्तमान में अलग-अलग स्तर पर सामग्री, ईंधन, कागज, स्टेशनरी, प्रिंटिंग सामग्री व यातायात आदि की कीमतों में वृद्धि हो जाने से लगभग 10 से 11 वर्ष पूर्व निर्धारित आवेदन शुल्क को पुन: निर्धारित किया गया है।
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