Edited By Jyoti M, Updated: 25 Aug, 2025 12:18 PM

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। धर्मशाला में एचआरटीसी वर्कशॉप के पास एक बहुमंजिला इमारत गिर गई। इस इमारत को पहले ही असुरक्षित घोषित किया गया था। लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण यह हादसा हुआ। भूस्खलन...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। धर्मशाला में नदी नाले भी उफान पर है। हर पानी पानी नजर आ रहा है, कई लोगों के घर पानी में बह गए है और कई सड़के भी बंद पड़ी है। इसके अलावा एचआरटीसी वर्कशॉप के पास एक बहुमंजिला इमारत गिर गई। इस इमारत को पहले ही असुरक्षित घोषित किया गया था। लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण यह हादसा हुआ। भूस्खलन के कारण धर्मशाला-चड़ी रोड भी बंद हो गया था, जिसका अधिकारियों ने उपायुक्त हेमराज बैरवा के नेतृत्व में दौरा किया था। गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।
वहीं, शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत सुधेड़ के गांव धार चचोट में भी भूस्खलन से भारी तबाही हुई। यहां अर्जुन कुमार का चार कमरों का स्लेट पोश मकान क्षतिग्रस्त हो गया और उनकी गोशाला ध्वस्त होने से 15 भेड़-बकरियों की मौत हो गई। इसी गांव में तिलक राज का मकान भी आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ है।
हादसे की जानकारी मिलते ही शाहपुर के विधायक केवल सिंह पठानिया, एसडीएम धर्मशाला मोहित रत्न और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। विधायक ने प्रभावित परिवार को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि अर्जुन कुमार का घर और गोशाला का पुनर्निर्माण कराया जाएगा। साथ ही, भेड़-बकरियों की मौत पर दी जाने वाली सरकारी राहत राशि एक सप्ताह के भीतर परिवार को दिलवा दी जाएगी।
वूल फेडरेशन के अध्यक्ष मनोज कुमार ने भी प्रभावित परिवार से मुलाकात कर हर संभव मदद का भरोसा दिया। बारिश और भूस्खलन से हुए नुकसान के बाद प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है। स्थानीय लोगों से भी अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें।