हिमाचल की 14 फीसदी आबादी मोटापे का शिकार, IGMC में आयोजित सर्जरी विभाग की सीएमई में हुआ खुलासा

Edited By Jyoti M, Updated: 08 Dec, 2024 05:22 PM

14 of himachal s population is obese

हिमाचल प्रदेश में आजकल एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या सामने आ रही है, और वह है मोटापा। हाल ही में की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, हिमाचल की 14% आबादी मोटापे की चपेट में है। यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है।

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में आजकल एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या सामने आ रही है, और वह है मोटापा। हाल ही में की गई एक रिपोर्ट के अनुसार, हिमाचल की 14% आबादी मोटापे की चपेट में है। यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले समय में यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है।
शहरी इलाकों में बढ़ता मोटापा

डायरेक्टर एंड हेड रोबोटिक सर्जरी मैक्स इंस्टीट्यूट से आए डॉ. विवेक बिंदल ने यह जानकारी देते हुए कहा कि यह समस्या केवल पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और तमिलनाडु में अधिक देखने को मिलती थी, लेकिन अब हिमाचल भी इससे अछूता नहीं रहा है। खासकर शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोग मोटापे का अधिक शिकार हो रहे हैं।

मोटापे के कारण और समाधान

मोटापे से बचने के लिए खान-पान में सुधार करने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति रोजाना डेढ़ घंटे की फिजिकल एक्टिविटी करता है तो यह समस्या कम हो सकती है।

इसके अलावा, बैरियाट्रिक सर्जरी के माध्यम से भी मोटापे का इलाज किया जा सकता है, और यह सर्जरी ऐसे मरीजों के लिए एक प्रभावी उपाय है जिन्हें अन्य प्रयासों से कोई लाभ नहीं मिल रहा है। आईजीएमसी के सर्जरी विभाग ने ओबेसिटी सर्जरी सोसायटी ऑफ इंडिया के साथ मिलकर सीएमई का आयोजन करवाया, जिसमें मोटापे से जुड़ी समस्याओं और इलाज के उपायों पर चर्चा की गई।

ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों में बढ़ता मोटापा

हाल ही में किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि गांवों के बच्चे भी मोटापे की चपेट में आ रहे हैं। आईजीएमसी के सर्जरी विभाग के डॉक्टरों के अनुसार, बच्चों की पहली पसंद चिप्स है, दूसरे नंबर पर बिस्किट आते हैं। यह खाद्य पदार्थ आसानी से सस्ते दामों में उपलब्ध होते हैं (लगभग 5 से 10 रुपये में)। इनकी अधिक खपत मोटापे का मुख्य कारण बन रही है। इसके अलावा, मोबाइल फोन पर घंटों बिताना भी मोटापे का एक कारण है।

मोटापे के बढ़ते प्रभाव

मोटापे का असर सिर्फ शरीर पर नहीं, बल्कि पूरे स्वास्थ्य पर पड़ता है। इससे बीपी (ब्लड प्रेशर), कमर दर्द, इंफर्टिलिटी, स्लिप डिस्क, और घुटनों के खराब होने जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। हालांकि, बैरियाट्रिक सर्जरी और दवाइयों के माध्यम से इन समस्याओं का इलाज संभव है, लेकिन इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है जागरूकता और सही जीवनशैली का पालन।

क्या करें मोटापे से बचने के लिए

रोजाना कम से कम एक घंटा शारीरिक गतिविधि करें। यह वजन कम करने में मदद करता है। आहार में सुधार करें और तले-भुने या अधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों से बचें। दिन में सिर्फ एक घंटे तक ही मोबाइल का उपयोग करें। अगर वजन घटाने में अन्य प्रयासों से सफलता नहीं मिलती, तो बैरियाट्रिक सर्जरी एक प्रभावी विकल्प हो सकता है।
 

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