Edited By Vijay, Updated: 09 Aug, 2023 09:31 PM

इस बार होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में इंद्रदेव बाधक बन सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार 15 अगस्त तक मौसम खराब रहेगा जबकि 13 अगस्त तक भारी बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा। ऐसे में 15 अगस्त के होने वाले कार्यक्रमों में बारिश बाधक बन सकती है।
शिमला (संतोष): इस बार होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में इंद्रदेव बाधक बन सकते हैं। मौसम विभाग के अनुसार 15 अगस्त तक मौसम खराब रहेगा जबकि 13 अगस्त तक भारी बारिश का यैलो अलर्ट रहेगा। ऐसे में 15 अगस्त के होने वाले कार्यक्रमों में बारिश बाधक बन सकती है। बुधवार को शाहपुर में 20, जोल ऊना में 5 और डल्हौजी में 4 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जबकि सायंकाल में राजधानी शिमला में बारिश आरंभ हुई। पिछले 24 घंटों में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिसमें धर्मशाला में 5, गुलेर में 4, पालमपुर में 3, नगरोटा सूरियां में 2, अघार में 1, नादौन में 1 और बिलासपुर में 1 सैंटीमीटर वर्षा रिकाॅर्ड की गई है। बुधवार को अधिकतम तापमान भुंतर में 35, न्यूनतम तापमान कुकुमसेरी में 11.9 डिग्री, जबकि राजधानी शिमला में अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री सैल्सियस रहा।
इस बार मैदानी इलाकों में नहीं पड़ी भीषण गर्मी
जहां एक ओर इस बार राजधानी शिमला बर्फ से अछूती रही, वहीं इस बार मैदानी इलाके भी भीषण गर्मी से बच गए। 21 जून को सबसे अधिक तापमान ऊना में 39.6 डिग्री दर्ज किया गया था और पारा 40 डिग्री के भी पार नहीं हुआ। हालांकि उमस भरी गर्मी मैदानी क्षेत्र के लोगों को झेलनी पड़ी लेकिन ज्येष्ठ माह में आग उगलती हुई गर्मी का सामना नहीं हुआ, क्योंकि हिमाचल में मई माह में 36 साल के बाद ठंडक का अहसास हुआ था। वर्ष 1987 के बाद शिमला, मनाली, कल्पा, धर्मशाला, ऊना और पालमपुर का इस वर्ष सबसे कम अधिकतम और न्यूनतम पारा दर्ज हुआ। 1988 से 2022 के दौरान मई में तापमान अधिक दर्ज हुआ है, लेकिन इस वर्ष पश्चिमी विक्षोभ के अधिक सक्रिय होने से मई में भी कई क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड रही, वहीं 24 जून से मानसून सीजन आरंभ हो गया है और लगातार बारिश की झड़ी से तापमान में उछाल ही नहीं आ पाया और अभी मानसून अलविदा कहने में वक्त लेगा।
24 घंटे में 10 लोगों की मौत, 231 पहुंचा आंकड़ा
राज्य में पिछले 24 घंटों में विभिन्न मामलों में 10 लोगों की मौत हुई है। मंगलवार शाम को मृतकों का आंकड़ा 221 था, वहीं बुधवार शाम को बढ़कर 231 हो गया है। इसमें बाढ़ आने, भूस्खलन व बादल फटने की 136 घटनाओं में 58 लोगों की मौत हुई है।
राज्य में एक हाईवे और 193 सड़कें बंद
राज्य में बुधवार शाम तक एक नैशनल हाईवे-305 और 193 सड़कें बंद चल रही हैं। सबसे अधिक सड़कें शिमला जोन की हैं, जिसमें एक नैशनल हाईवे और 94 संपर्क सड़कें शामिल हैं। इसके बाद मंडी जोन में 82, कांगड़ा जोन में 15 और हमीरपुर जोन में एकमात्र संपर्क सड़क अवरुद्ध है। नुक्सान का आंकड़ा अब 67.31 अरब पार कर गया है, जिसमें 914 मकान, 267 दुकानें और 2508 गऊशालाएं जमींदोज हुई हैं, वहीं 7641 मकानों को क्षति पहुंची है।
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