Edited By Vijay, Updated: 25 Jul, 2023 07:05 PM

पिछले लगभग 4 माह से जिला परिषद के अध्यक्ष पद के लिए चल रही खींचतान को आज उस समय विराम लग गया जब चुनाव में खड़े दोनों उम्मीदवारों को 7-7 मत पड़े और इसका निर्णय पीठासीन अधिकारी द्वारा पर्ची निकाल कर किया गया।
बिलासपुर (राम सिंह): पिछले लगभग 4 माह से जिला परिषद के अध्यक्ष पद के लिए चल रही खींचतान को आज उस समय विराम लग गया जब चुनाव में खड़े दोनों उम्मीदवारों को 7-7 मत पड़े और इसका निर्णय पीठासीन अधिकारी द्वारा पर्ची निकाल कर किया गया। पीठासीन अधिकारी एवं डीसी की देखरेख में संपन्न इस मतदान में भाजपा की कुठेड़ा वार्ड की सदस्य विमला देवी को जिला परिषद अध्यक्ष के लिए निर्वाचित घोषित किया गया।
मंगलवार को जिला परिषद अध्यक्ष पद के लिए 3 सदस्यों विमला देवी, प्रोमिला बसु और शालू रणावत ने नामांकन पत्र दाखिल किए। नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के थोड़ी देर बाद प्रोमिला ने अपना नाम वापस ले लिया, जिसके बाद विमला देवी और शालू के बीच सीधा मुकाबला हुआ। इस मतदान में जिला परिषद के सभी 14 सदस्यों ने भाग लिया। मतदान में दोनों उम्मीदवारों शालू और विमला दोनों को 7-7 मत प्राप्त हुए। मतदान में दोनों उम्मीदवारों को बराबर मत पड़ने के कारण पीठासीन अधिकारी ने नियमानुसार पर्ची के द्वारा इसका निर्णय किया, जिसमें भाजपा की विमला देवी को जिला परिषद अध्यक्ष पद के लिए निर्वाचित घोषित कर दिया गया।
भाजपा के जिला अध्यक्ष स्वतंत्र सांख्यान ने कहा कि जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के पद पर इससे पूर्व भी भाजपा के ही सदस्य विराजमान थे जबकि अब दूसरी बार भी इन दोनों पदों पर भाजपा ने ही विजय पाई है। जिला परिषद के दोनों पदाधिकारी व अन्य भाजपा सदस्य जिला के तीनों भाजपा विधायकों के साथ मिल कर विकास कार्यों को गति देंगे और 2024 के चुनाव में एक बार फिर विजय पाएंगे।
उधर, कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक एवं पार्टी के राज्य महासचिव बंबर ठाकुर ने कहा है कि जिला परिषद के चुनाव में दोनों दलों के उम्मीदवारों को बराबर वोट पड़े हैं जबकि पिछले चुनाव की अपेक्षा इस बार भाजपा का एक मत कम हुआ है। इसलिए भाजपा द्वारा अधिक खुशी प्रकट करने का कोई कारण नहीं है।
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