Edited By Vijay, Updated: 11 Feb, 2023 10:29 PM

एसीसी बरमाणा में तालाबंदी को हुए 59 दिन का समय बीत चुका है, लेकिन यह तालाबंदी नहीं खुल पाई है। वहीं अब बीडीटीएस बरमाणा के ट्रक ऑप्रेटर्ज में रोष बढ़ता जा रहा है। लगातार आंदोलन उग्र होता जा रहा है। ऑप्रेटर्ज ने आंदोलन के चलते शनिवार को अनिश्चितकालीन...
बिलासपुर (अंजलि): एसीसी बरमाणा में तालाबंदी को हुए 59 दिन का समय बीत चुका है, लेकिन यह तालाबंदी नहीं खुल पाई है। वहीं अब बीडीटीएस बरमाणा के ट्रक ऑप्रेटर्ज में रोष बढ़ता जा रहा है। लगातार आंदोलन उग्र होता जा रहा है। ऑप्रेटर्ज ने आंदोलन के चलते शनिवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। इसे ऑप्रेटर्ज ने पक्का मोर्चा का नाम दिया है। वहीं आंदोलन अब तब तक चलेगा जब तक एसीसी सीमैंट प्रबंधन, अडानी ग्रुप से चल रहा विवाद खत्म नहीं हो जाता है।
पहले दिन ये बैठे क्रमिक अनशन पर
पहले दिन क्रमिक अनशन पर वार्ड नंबर-1 नयनादेवी से बाबू राम, शिव कुमार, धमेंद्र सिंह, गुलशन कुमार, राजेंद्र सिंह, गुरदेव सिंह, नसीब सिंह व ईश्वर सिंह बैठे। जानकारी के अनुसार बीडीटीएस बरमाणा की ओर जल्द सीमैंट सप्लाई बंद करने को लेकर बॉर्डर सील किए जा सकते हैं। इसके लिए बाकायदा बीडीटीएस की ओर से कमेटियां बनाई जाएंगी। उधर, इस बारे में बीडीटीएस बरमाणा के अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि ऑप्रेटर्ज के हितों को देखते हुए सरकार व प्रशासन को भी उचित कदम उठाने चाहिए लेकिन अभी तक ऑप्रेटर्ज को मायूसी ही हाथ लगी है। उन्होंने कहा कि ऑप्रेटर्ज का आंदोलन जल्द ही उग्र रूप धारण कर लेगा।
सरकार ट्रांसपोर्टरों के हितों की रक्षा करने में रही असफल : त्रिलोक जम्वाल
उधर, सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि अब बरमाणा में हालात ऐसे पैदा हो गए हैं कि ट्रांसपोर्टरों को अपने हकों के लिए क्रमिक अनशन पर बैठना पड़ रहा है। बिलासपुर और सोलन जिले में चल रहे सीमैंट के विवाद को सुलझाने में वर्तमान कांग्रेस सरकार नाकाम रही है। यह बात कहते हुए ऐसी भीषम परिस्थितियों में वे ट्रांसपोर्टरों के साथ हैं, भले ही चाहे अब गिरफ्तारियां देनी पड़ें। उन्होंने कहा कि सरकार यह बताए कि इस मामले में अब तक अडानी कंपनी को नोटिस क्यों नहीं दिया।
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