Edited By Jyoti M, Updated: 09 Mar, 2025 02:37 PM

मंडी जनपद के बड़ा देव कमरूनाग के मूल मंदिर कमुराह पहुंचे पंजाब के आठ पर्यटक शून्य डिग्री सेल्सियस तापमान में फंसे रहे। सूचना मिलने पर गोहर पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से पूरा रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और पर्यटकों को सुबह पांच बजे सड़क तक...
गोहर, (ख्यालीराम): मंडी जनपद के बड़ा देव कमरूनाग के मूल मंदिर कमुराह पहुंचे पंजाब के आठ पर्यटक शून्य डिग्री सेल्सियस तापमान में फंसे रहे। सूचना मिलने पर गोहर पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों की मदद से पूरा रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और पर्यटकों को सुबह पांच बजे सड़क तक सुरक्षित निकाला। यह घटना उस समय हुई जब ये श्रद्धालु मंदिर में माथा टेकने गए थे। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों ने बर्फ से बने साण और रात की भारी ठंड के बीच अपनी जान जोखिम में डालकर इन श्रद्धालुओं की जान बचाई।
बताया जा रहा है कि टैक्सी से पंजाब के जालंधर से आए पर्यटक रविवार को सरयाच में रुके। जहां गाड़ी खड़ी कर सभी करीब दस हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित देव कमरूनाग के मूल स्थान को रवाना हो गए। घंटो बाद देव स्थल पहुंचे तथा अंधेरे की वजह से रास्ता भटक गए। बर्फबारी के बाद इस क्षेत्र में सड़कें और रास्ते बंद हो गए हैं। जहां अनजान लोगों का निकलना खतरे से खाली नहीं है। जिससे इन पर्यटक श्रद्धालुओं को निकालना मुश्किल हो गया था। लेकिन टैक्सी में सोए चालक की देर शाम आंख खुली तो वह सवारियों के न पहुंचने से परेशान हो गया और उसने ग्रामीणों की मदद लेना स्वाभाविक समझा।
ग्रामीणों को घटना का मालूम पड़ते ही तत्काल प्रभाव से निर्मल सिंह, एक्स सर्विस मैन डूमनू राम, एक्स सर्विस मैन पूर्ण सिंह, नरेंद्र कुमार, डिप्टी कुमार, तुल राज घर रात दस बजे के करीब निकल गए और सवा 11 बजे स्पॉट पर पहुंच कर फंसे पर्यटकों को सुरक्षित निकालने में मदद करने लगे। लेकिन अनजान होने पर पर्यटक साथ चलने से मुखर गए। ग्रामीण निर्मल सिंह ने थाना प्रभारी देव राज से दूरभाष से संपर्क किया और घटना का ब्यौरा दिया। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी देव राज देर रात एक बजे टीम सहित घटना की ओर निकल पड़े और शाला पंचायत के प्रधान राजकुमार के साथ लेकर पुलिस टीम पहुंच गई।
पुलिस और ग्रामीणों के इस संयुक्त प्रयास की सराहना की जा रही है, जिन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर इन पर्यटक श्रद्धालुओं की जान बचाई। यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि हमारे समाज में ऐसे लोग भी हैं जो दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं। इस घटना के बाद, पुलिस और प्रशासन ने इस क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। इसके अलावा, ग्रामीणों ने भी इस घटना से सबक लेते हुए अपने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए काम करना शुरू कर दिया है।
थाना प्रभारी देव राज ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि टैलीफोन पर सूचना दी कि जालंन्धर से एक परिवार बड़ा देव कमरूनाग के दर्शन के लिये आया था जो सुबह 9 बजे सरयाच से निकले थे पर अभी तक वापिस नहीं पहुंचे है । जिनकी गाड़ी सरयाच में खड़ी है तथा गाड़ी चालक भी गाड़ी में ही है। जालंधर से आये 8 श्रद्धालुओं को ढूढते हुए श्री देव कमरुनाग मंदिर पहुंचे जहां पर सभी 8 लोग सुरक्षित सरांय में बैठे हुए पाये गये। जिनके नाम व पता सेवा सिंह पुत्र श्री लखवीर सिंह निवासी टैगोर एवन्यू जलन्धर पंजाब 50 वर्ष, हरदीप सिंह 29, नवजेत कौर पत्नी हरदीप सिंह 29, रणवीर सिंह पुत्र हरदीप सिंह उम्र 2 वर्ष, गुरदास सिंह पुत्र राम सिंह मोगा पंजाब, जसविन्द्र कौर पत्नी गुरदास 56 साल, सीमरन जीत कौर पुत्री गुरदास सिंह 26 व सुनीत कौर पत्नी सेवा सिंह 45 सभी 8 श्रद्धालुओं को देव स्थल से सुरक्षित रैसक्यू करके नीचे तक लाया गया व हैलिपैड से सभी लोंगो को गाड़ीयों में बैठा कर शाला तक लाया गया। वहां से इनको इनकी गाड़ी नं0 पीबी 01डी 1850 में बैठा कर अपने घर सुरक्षित भेजा गया।