Edited By Vijay, Updated: 03 Aug, 2025 11:32 AM

जिला चम्बा के चुराह उपमंडल के तहत नकरोड़-चांजू मार्ग पर स्थित बघेईगढ़ के समीप कंगेला नाला इन दिनों लोगों की मुसीबत का कारण बना हुआ है।
चम्बा: जिला चम्बा के चुराह उपमंडल के तहत नकरोड़-चांजू मार्ग पर स्थित बघेईगढ़ के समीप कंगेला नाला इन दिनों लोगों की मुसीबत का कारण बना हुआ है। बीते 6 जुलाई को बादल फटने की घटना में इस नाले पर बना पुल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था, जिससे स्थानीय निवासियों और वाहन चालकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

पुल के टूटने के बाद से इस क्षेत्र की ग्राम पंचायतें चांजू, चरड़ा, बघेईगढ़, देहरा और आसपास के गांव बाहरी दुनिया से लगभग कट से गए हैं। स्थिति यह है कि नकरोड़-चांजू मार्ग पर सफर करने वाले वाहन चालकों को अब सीधे कंगेला नाले को पार करना पड़ रहा है, जहां पानी का बहाव कभी भी तेज हो सकता है। इससे जानमाल का खतरा लगातार बना हुआ है। तस्वीरों में देख सकते हैं कि लोग नाले के बीच फंसे वाहनों को धक्का देकर निकालने को मजबूर हैं। स्थानीय लोग रोजाना इस नाले को जान जोखिम में डालकर पार कर रहे हैं, लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है।
गांववासियों का कहना है कि प्रशासन की उदासीनता से उनकी जिंदगी खतरे में पड़ी हुई है। उन्होंने मांग की है कि कंगेला नाले पर जल्द से जल्द पुल का पुनर्निर्माण कार्य शुरू किया जाए, ताकि उन्हें सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिल सके। कई लोगों ने यह भी बताया कि आपातकालीन स्थिति में मरीजों और स्कूली बच्चों को नाले से पार कराना बेहद मुश्किल और जोखिमभरा हो जाता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि प्रशासन ने केवल मौके का मुआयना किया, लेकिन अब तक न तो कोई वैकल्पिक मार्ग बनाया गया है और न ही पुल के पुनर्निर्माण की दिशा में कोई ठोस कदम उठाया गया है।