Edited By Jyoti M, Updated: 04 Aug, 2025 01:02 PM

बीती रात हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पंडोह और उसके आसपास के इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश ने लोगों के मन में दहशत भर दी। इस भारी बारिश की वजह से नेशनल हाईवे पर स्थित लोअर 9 मील के पास जागर नाले का जलस्तर उफान पर आ गया।
हिमाचल डेस्क। बीती रात हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में पंडोह और उसके आसपास के इलाकों में हुई मूसलाधार बारिश ने लोगों के मन में दहशत भर दी। इस भारी बारिश की वजह से नेशनल हाईवे पर स्थित लोअर 9 मील के पास जागर नाले का जलस्तर उफान पर आ गया।
नाले के तेज बहाव के साथ बड़े-बड़े पत्थर और मलबा हाईवे पर आ गए, जिसके कारण रात भर के लिए सड़क बंद हो गई। इन पत्थरों की वजह से हाईवे के नीचे बना पानी का पुलिया भी पूरी तरह से जाम हो गया। इससे पानी का बहाव मुड़कर लोअर 9 मील के आवासीय क्षेत्र की ओर चला गया, जिससे वहां रह रहे करीब 13 परिवारों पर खतरा मंडरा गया। इन सभी परिवारों ने पूरी रात खौफ के साए में गुजारी।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि 2023 में आई आपदा के बाद से यह समस्या लगातार बनी हुई है। पिछले साल के मलबे के कारण नाले का प्राकृतिक मार्ग अवरुद्ध हो गया है, जिससे पानी बार-बार अपनी दिशा बदल रहा है और आवासीय घरों के लिए खतरा पैदा हो रहा है। स्थानीय निवासी सूरत राम ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) और निर्माण कंपनी को कई बार सूचित किया है, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने जिला प्रशासन से तुरंत कार्रवाई करने की अपील की है। उनकी मुख्य मांग है कि नाले में फंसे बड़े पत्थरों को जल्द से जल्द हटाया जाए, ताकि पानी का बहाव अवरुद्ध न हो और वह अपनी दिशा न बदले। इसके साथ ही, लोगों ने नाले पर बनी सड़क की पुलिया को भी पूरी तरह से साफ करने की मांग की है, ताकि पानी बिना किसी रुकावट के अपने प्राकृतिक रास्ते से बह सके और आवासीय इलाकों को सुरक्षित रखा जा सके।