Edited By Jyoti M, Updated: 02 Dec, 2024 03:38 PM
महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं से संबंधित खंड स्तरीय समितियों की बैठक यहां एसडीएम शशिपाल शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में अभी तक भोरंज खंड में 39 गरीब कन्याओं की शादी पर...
भोरंज। महिला एवं बाल विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं से संबंधित खंड स्तरीय समितियों की बैठक यहां एसडीएम शशिपाल शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में अभी तक भोरंज खंड में 39 गरीब कन्याओं की शादी पर मुख्यमंत्री शगुन योजना के तहत कुल 12.09 लाख रुपये की राशि दी जा चुकी है।
इसी प्रकार, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 19 लड़कियों की शादी के लिए कुल 9.69 लाख रुपये दिए जा चुके हैं। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत 22.52 लाख रुपये की राशि वितरित की गई है। बेटी है अनमोल योजना की 562 लाभार्थियों को 14.55 लाख रुपये दिए गए हैं। 6 माह से 6 वर्ष तक के 2848 बच्चों और 748 माताओं को पोषाहार दिया जा रहा है। पोषण अभियान की समीक्षा के दौरान एसडीएम ने गंभीर अनीमिया के 19 मामलों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि विधवा या अन्य एकल नारियों के बच्चों की शिक्षा के लिए आरंभ की गई मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना के तहत 18 वर्ष तक के बच्चों और 18-27 वर्ष के युवाओं के कुल 290 आवेदन पत्र प्राप्त हो चुके हैं। मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना की ब्लॉक टॉस्क फोर्स की बैठक में एसडीएम ने कहा कि भोरंज में 18 वर्ष तक की आयु के 16 और 18-27 वर्ष के आयु वर्ग के 22 युवाओं को इस योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा है। इन युवाओं की उच्च शिक्षा, कोचिंग, विवाह, व्यवसायिक प्रशिक्षण और गृह निर्माण इत्यादि के लिए आर्थिक मदद हेतु 20 प्रस्ताव निदेशालय को भेजे गए हैं, जिनमें से 2 को मंजूरी भी मिल चुकी है।
एसडीएम ने कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत लड़कियों को प्रेरित, प्रोत्साहित और प्रशिक्षित करने, उन्हें सशक्त बनाने तथा लड़कियों के प्रति लोगों की सोच में बदलाव लाने के लिए विभिन्न गतिविधियों के आयोजन हेतु इस वित्त वर्ष में 2.81 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। एसडीएम ने मनरेगा कनवर्जेंस के माध्यम से बनाए जाने वाले 7 आंगनवाड़ी भवनों की रिपोर्ट भी तलब की। बैठक में अन्य योजनाओं और घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम-2005 पर भी चर्चा की गई।
एसडीएम ने अधिकारियों को सभी योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए, ताकि पात्र लोग इनका लाभ उठा सकें। इस अवसर पर सीडीपीओ कार्यालय के सांख्यिकी सहायक सुनील कुमार ने विभिन्न योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। बैठक में इन समितियों से संबंधित अन्य विभागों के अधिकारियों ने भी भाग लिया।