Edited By Jyoti M, Updated: 11 Feb, 2025 01:22 PM

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले से 16 वर्षीय एक किशोरी का 3 फरवरी को अचानक लापता हो जाना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया था। किशोरी के परिवार ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट महिला पुलिस थाने में दर्ज कराई थी, और तब से पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। इस...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले से 16 वर्षीय एक किशोरी का 3 फरवरी को अचानक लापता हो जाना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया था। किशोरी के परिवार ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट महिला पुलिस थाने में दर्ज कराई थी, और तब से पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। इस मामले में पुलिस की तत्परता और साइबर टीम की मेहनत से लड़की को आखिरकार 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश के शाहजांहपुर से बरामद किया गया और उसे सुरक्षित रूप से उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया।
सोलन पुलिस की जिला साइबर टीम ने इस मामले की जांच में तकनीकी सहायता का उपयोग करते हुए कई डिजिटल तरीकों से लड़की का पता लगाने का प्रयास किया। पुलिस ने उसके फोन की लोकेशन ट्रैक की और डिजिटल डेटा के आधार पर उसकी लोकेशन का पता लगाया। इसके बाद, पुलिस को पता चला कि लड़की शाहजांहपुर, उत्तर प्रदेश में मौजूद थी। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शाहजांहपुर पुलिस से संपर्क किया और लड़की को वहां से सुरक्षित बरामद किया।
पुलिस की जांच में यह सामने आया कि लड़की सत्संग के बहाने घर से बाहर गई थी, लेकिन उसने किसी को भी यह नहीं बताया कि वह अपने दोस्त से मिलने के लिए उत्तर प्रदेश जा रही थी। लड़की अपने एक मित्र के पास शाहजांहपुर चली गई थी, जहां वह 10 दिन तक रही। लड़की की गुमशुदगी की सूचना मिलने के बाद, पुलिस ने उसकी तलाश में हर संभव प्रयास किए और उसे उसके परिजनों के पास वापस लाने में सफलता पाई।