Edited By Kuldeep, Updated: 20 Dec, 2024 06:22 PM
प्रदेश के सभी मुख्य स्वास्थ्य संस्थानों को दवा सप्लाई करने वाले सप्लायरों ने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य सचिव को लिखे पत्र में कहा कि अगर जल्द उनकी पेमैंट रिलीज नहीं की तो वे दवाइयों की सप्लाई बंद कर देंगे।
मानपुरा (बस्सी): प्रदेश के सभी मुख्य स्वास्थ्य संस्थानों को दवा सप्लाई करने वाले सप्लायरों ने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य सचिव को लिखे पत्र में कहा कि अगर जल्द उनकी पेमैंट रिलीज नहीं की तो वे दवाइयों की सप्लाई बंद कर देंगे। सैम फार्मा कंपनी परवाणू के एसके शर्मा ने बताया कि उनकी कंपनी समेत लगभग एक दर्जन दवा सप्लायरों फार्मा क्राफ्ट, बीएलके हैल्थ केयर, नोबैक्स फार्मा व वैशाली इंटरप्राइजिज की करोड़ों रुपए की पेमैंट सरकार के पास पैंडिंग है। इसके चलते वे प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों को दवाइयां भेजने में असमर्थ महसूस कर रहे हैं।
इससे पहले भी सरकार को इस बारे में रिमाइंडर भेजा जा चुका है परंतु पेमैंट रिलीज नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं और कार्यक्रमों के तहत डीवीडीएमएस/गैर डीवीडीएमएस पोर्टल और ईडीएल/गैर ईडीएल के माध्यम से स्वास्थ्य संस्थानों में दवाओं और ड्रैसिंग की आपूर्ति की गई।
दवा सप्लायरों का कहना है कि स्टेट स्वास्थ्य बजट को ट्रेजरी में होल्ड करने के चलते यह समस्या आई है। इसके अलावा एनएचएम से स्टेट में पैसा भी आ चुका है, जिसे खर्च नहीं किया जा रहा है। वह कर्मचारियों की पेमैंट के लिए होल्ड कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि तकनीकी प्रॉब्लम आने के चलते कई बार पेमैंट में देरी हो जाती है। दवा सप्लायरों की पेमैंट जल्द रिलीज हो जाएगी।