Edited By Kuldeep, Updated: 17 Mar, 2025 09:36 PM

सोलन में पिछले दिनों ट्रेंनिंग पर आए अध्यापकों को हुई फूड प्वाइजनिंग के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। 9 मार्च को इस ट्रेनिंग के उद्घाटन करने आए शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक जगदीश नेगी भी इस फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए हैं।
सोलन (ब्यूरो): सोलन में पिछले दिनों ट्रेंनिंग पर आए अध्यापकों को हुई फूड प्वाइजनिंग के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। 9 मार्च को इस ट्रेनिंग के उद्घाटन करने आए शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक जगदीश नेगी भी इस फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए हैं। 9 मार्च से बीमार चल रहे संयुक्त निदेशक को गंभीर हालत में सोमवार को अस्पताल में एडमिट किया गया। हालांकि अब उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। हैरानी की बात यह है कि डाईट द्वारा अभी भी ट्रेनिंग प्रोग्राम उसी होटल में आयोजित किया जा रहा हैए जहां पर 12 मार्च को फूड प्वाइजनिंग के चलते 11 अध्यापकों को सोलन अस्पताल में एडमिट करना पड़ा था। इससे डाईट सोलन की कार्यप्रणाली भी अब कटघरे में खड़ी हो गई है। डाईट सोलन द्वारा एक निजी होटल में 5 दिनों की रैजीडैंसियल ट्रेनिंग शुरू की गई।
इसमें जिले के करीब 130 टीजीटी व सी एंड वी टीचर्ज ने भाग लिया। इसमें टीजीटी व सी एंड वी अध्यापकों को जैनरिक इशू पर (शिक्षा में बदलाव) ट्रेनिंग दी जा रही है। शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक जगदीश नेगी ने पहले बैच की ट्रेनिंग का 9 मार्च को शुभारंभ किया। उन्होंने लंच वहीं पर किया। शाम को उनकी तबीयत खराब हो गई। हालांकि उन्होंने दवाइयां लीं। सुबह थोड़े ठीक हुए व अपने कार्यालय शिमला चले गए। वहां पर दोपहर बाद तबीयत फिर बिगड़ी। फिर दवाइयां लीं लेकिन उनका असर नहीं हुआ। सोमवार को तबीयत ज्यादा खराब हुई तो उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां पर अब उनका उपचार चला हुआ है। यहां पर विदित रहे कि 12 मार्च को सोलन में ट्रेनिंग पर आए 11 अध्यापक फूड प्वाइजनिंग से बीमार हो गए थे, जिन्हें क्षेत्रीय अस्पताल में भर्ती किया गया। डाक्टरों ने बीमार हुए अध्यापकों के ब्लड सैंपल लेकर एफएसएल जुन्गा जांच के लिए भेजा है, जिसकी अभी रिपोर्ट नहीं आई है। इसके अलावा खाद्य सुरक्षा विभाग ने भी दाल व सब्जी के सैंपल लिए हैं। उसकी रिपोर्ट का भी इंतजार है। 13 मार्च को पहले बैच की ट्रेनिंग समाप्त हो गई। अब दूसरे बैच की ट्रेनिंग शुरू हो गई है।
वह ट्रेनिंग भी उसी होटल में की जा रही है, जहां पर फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया था। इसको लेकर संयुक्त निदेशक ने भी सवाल खड़ा किया है। शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक जगदीश नेगी ने बताया कि डाईट सोलन द्वारा टीजीटी व सी एंड वी अध्यापकों को जैनरिक इशू पर (शिक्षा में बदलाव) एक 5 दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है। 9 मार्च को पहले बैच की ट्रेनिंग का शुभारंभ उन्होंने किया था। लंच वहीं किया। शाम को उनकी तबीयत खराब हो गई। वह उसी दिन से बीमार चले हुए हैं। जब तबीयत ज्यादा खराब हुई तो सोमवार को उन्हें सोलन अस्पताल में भर्ती किया गया। अब थोड़ा बेहतर महसूस कर रहा हू। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच की जाएगी। हैरानी की बात है कि उसी होटल में आज भी अध्यापकों की ट्रेनिंग का प्रोग्राम चला हुआ है। यह गंभीर मामला है। वह इस पूरे मामले की जांच करेंगे। यह अध्यापकों के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ मामला है।