Edited By Vijay, Updated: 31 Jan, 2024 06:35 PM
मंडी जिला के तहत माता शिकारी देवी और बड़ा देवता कमरूनाग की चोटियां लकदक बर्फबारी से हो गई हैं, वहीं मैदानी क्षेत्रों में हुई बारिश से किसानों-बागवानों ने राहत की सांस ली है।
गोहर/जंजैहली (ख्यालीराम): मंडी जिला के तहत माता शिकारी देवी और बड़ा देवता कमरूनाग की चोटियां लकदक बर्फबारी से हो गई हैं, वहीं मैदानी क्षेत्रों में हुई बारिश से किसानों-बागवानों ने राहत की सांस ली है। शिकारी देवी की चोटियों पर करीब एक फुट, शैटाधार में 10 इंच, कमरूनाग में 6 इंच जबकि तुंगासी गढ़, मगरूगला व देव कांडा की पहाड़ियों पर 4 से 5 इंच तक बर्फबारी का अनुमान है। ऊपरी क्षेत्रों में हुई बर्फबारी से जहां सेब की उम्दा फसल को लेकर पौधों के लिए चिलिंग आवर्स की उम्मीद जताई जा रही है, वहीं मैदानी क्षेत्रों में पीली पड़ रही गेहूं की फसल के लिए बारिश संजीवनी मानी जा रही है।
ये सड़कें हुई हैं बाधित
इसके अलावा बर्फबारी से सराज की 8 सड़कें बाधित भी हुई हैं। लोक निर्माण विभाग मंडल जंजैहली के अधिशासी अभियंता चमन ठाकुर ने कहा कि जंजैहली-मगरूगला, गाड़ा गुशैणी-छतरी, लंबाथाच-चीऊणी-शैटाधार, बंग-भलभाड़, छतरी-मगारूगला, जंजैहली-रायगढ़-शिकारी माता, घाट-तपनाली, बरयोगी-ठनेसर-मगरूगला सड़क मार्ग गाड़ियों की आवाजाही के लिए अवरुद्ध हो गए हैं।
एसडीएम ने पर्यटकों व आम जनता से की ये अपील
एसडीएम ललित कुमार थुनाग ने कहा कि आने वाली समस्याओं से निपटने के लिए संबंधित विभागों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए प्रशासन ने पहले ही अलर्ट जारी कर दिया है। एसडीएम ने आम जनता, पर्यटकों तथा ट्रैकरों से आह्वान किया है कि मौसम के हालात को देखते हुए कोई भी ऊंचे स्थलों की ओर न जाए। अधिक बर्फबारी होने की आशंका के चलते ऊंचे स्थानों पर जाना जानलेवा साबित हो सकता है।
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