Edited By Jyoti M, Updated: 13 Jan, 2025 02:27 PM
हिमाचल प्रदेश के काजा उपमंडल स्थित लिंगटी गांव से 200 मीटर की दूरी पर लिंगटी पुल के पास एक अनोखी बर्फ की गुफा (इग्लू) पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र बन चुकी है। खास बात यह है कि इस गुफा का निर्माण युवाओं ने कड़ाके की ठंड में पानी को जमाकर किया और यहां...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के काजा उपमंडल स्थित लिंगटी गांव से 200 मीटर की दूरी पर लिंगटी पुल के पास एक अनोखी बर्फ की गुफा (इग्लू) पर्यटकों का आकर्षण का केंद्र बन चुकी है। खास बात यह है कि इस गुफा का निर्माण युवाओं ने कड़ाके की ठंड में पानी को जमाकर किया और यहां पर्यटकों के लिए चाय और नाश्ते की व्यवस्था भी की गई है, जिससे यह स्थान और भी आकर्षक बन गया है।
इस बर्फ की गुफा को बनाने के लिए ललूंग गांव के तीन युवाओं, लोबदे बौद्ध, तंडूप छेरिंग और लाकपा छेरिंग ने अथक मेहनत की। गुफा का निर्माण पूरा करने में उन्हें करीब 27 दिन का समय लगा। इस दौरान उन्होंने कठिन परिस्थितियों का सामना किया और बर्फ की गुफा को आकार देने के लिए अपनी पूरी ताकत और हिम्मत लगा दी। लोबदे ने बताया कि निर्माण के दौरान कई युवा ठंड से बीमार भी हो गए, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और कार्य को पूरा किया।
गुफा के निर्माण की इस कठिन प्रक्रिया के बावजूद, युवाओं की मेहनत और दृढ़संकल्प को देखकर स्थानीय विधायक ने भी उनकी सराहना की। विधायक अनुराधा ने रविवार को इस बर्फ की गुफा का दौरा किया और यहां चाय का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रयास पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं और यह युवाओं के जज्बे का एक बेहतरीन उदाहरण है।
पर्यटकों का कहना है कि वे कई जगहों पर घूम चुके हैं, लेकिन बर्फ से बनी इस सुंदर गुफा को देखकर उन्हें अनोखा अनुभव हुआ। यह गुफा सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि स्थानीय युवाओं की मेहनत और समुदाय की भावना को भी दर्शाती है। युवाओं की इस पहल से यह साफ है कि ऐसे प्रयास न केवल क्षेत्रीय पर्यटन को बढ़ावा देते हैं, बल्कि इससे स्थानीय समाज को भी सशक्त बनाने में मदद मिलती है।