Edited By Vijay, Updated: 18 Oct, 2024 12:30 PM
शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर के लंगर भवन के प्रवेशद्वार पर बना पत्थर का स्लैब अचानक जोरदार आवाज के साथ फर्श पर आ गिरा, जिससे श्रद्धालु बाल-बाल बच गए।
ज्वालामुखी: शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर के लंगर भवन के प्रवेशद्वार पर बना पत्थर का स्लैब अचानक जोरदार आवाज के साथ फर्श पर आ गिरा, जिससे श्रद्धालु बाल-बाल बच गए। यदि लंगर शुरू हो गया होता तो किसी प्रकार की भी अनहोनी हो सकती थी। मंदिर के कर्मचारियों ने तुरंत सुरक्षा अधिकारी रवि दत्त भारद्वाज की देखरेख में स्लैब के टुकड़ों को उठाया और किनारे पर लगाया तब जाकर रास्ता बहाल किया गया। इस मौके पर नगर परिषद ज्वालामुखी के अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि माता रानी के आशीर्वाद से बहुत बड़ा खतरा टल गया है, कुछ समय पहले यहां से यात्री गुजर रहे थे। लंगर भवन का गेट बंद होने की वजह से यहां पर कोई व्यक्ति खड़ा नहीं था परंतु कई बार कुछ लोग यहां पर बैठे देखे जाते हैं।
धर्मेंद्र शर्मा ने विधायक संजय रतन, मंदिर न्यास ज्वालामुखी के अधिकारियों, कर्मचारियों और न्यास सदस्यों से आग्रह किया है कि मुख्य मंदिर के द्वार पौड़ियों के पास जो गेट है वह बहुत पुराना हो चुका है और अक्सर उस गेट से मार्बल के टुकड़े नीचे सड़क पर जाकर गिरते हैं। इससे भी किसी प्रकार के जानमाल का नुक्सान हो सकता है। इसलिए उसकी भी मुरम्मत करवाई जाए ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना का सामना न करना पड़े। मंदिर के कनिष्ठ अभियंता सुरेश कुमार ने कहा कि लंगर भवन के ऊपर बना यह स्लैब काफी पुराना था और पानी की सीलन की वजह से ऐसा हुआ है। शीघ्र ही यहां पर बढ़िया स्लैब बना दिया जाएगा।
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