Edited By Kuldeep, Updated: 30 Mar, 2025 06:25 PM

कंपनी के अंतर्गत वोकेशनल शिक्षक कार्य नहीं करेंगे, न ही शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए एग्रीमैंट पर साइन करेंगे। शिक्षक कंपनी को बाहर करने की मांग पर अड़े हुए हैं और इसी मांग को लेकर बीते शनिवार से वोकेशनल शिक्षक चौड़ा मैदान में धरने पर बैठ गए हैं।
शिमला (प्रीति): कंपनी के अंतर्गत वोकेशनल शिक्षक कार्य नहीं करेंगे, न ही शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए एग्रीमैंट पर साइन करेंगे। शिक्षक कंपनी को बाहर करने की मांग पर अड़े हुए हैं और इसी मांग को लेकर बीते शनिवार से वोकेशनल शिक्षक चौड़ा मैदान में धरने पर बैठ गए हैं। शिक्षकों ने साफ कहा है कि जब तक विभाग सर्विस प्रोवाइडर कंपनी को बाहर का रास्ता नहीं दिखाता, तब तक शिक्षक हड़ताल पर रहेंगे। 1 अप्रैल से शिक्षक कक्षाओं का बहिष्कार करने को भी तैयार हैं।
इससे पूर्व भी वोकेशनल शिक्षक 11 दिनों तक लगातार हड़ताल कर चुके हैं। शिक्षकों का कहना है कि बीते शनिवार को मामले पर शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इसमें छुट्टियों सहित कई मामलों पर सहमति बनी, लेकिन कंपनियों को बाहर करने के मामले पर कोई फैसला नहीं लिया गया। हालांकि शिक्षकों का कहना है कि हरियाणा में भी कंपनियों को बाहर किया गया है, वहां पर शिक्षक सोसायटी के तहत काम कर रहे हैं। कई वर्षों से वहां सोसायटी कार्य कर रही है और हाल ही में सरकार की ओर से गठित कमेटी मामले पर हरियाणा का दौरा कर चुकी है। इस दौरान 2 अन्य राज्य पश्चिम बंगाल और असम का भी दौरा किया गया था। कमेटी ने सरकार काे रिपोर्ट भी सौंप दी थी।
हरियाणा में कई स्कूलों में वोकेशनल शिक्षा बंद
विभाग की मानें तो हरियाणा में कई स्कूलों में वोकेशनल शिक्षा बंद हो गई है। सोसायटी बनाने के बाद राज्य में ऐसे हालात पैदा हुए हैं। बताया जा रहा है कि वहां अब वोकेशनल शिक्षकों का कई महीने का वेतन भी पैंडिंग है। यही कारण है कि यहां विभाग केंद्र के इस प्रोजैक्ट से कोई छेड़छाड़ नहीं कर रहा है।