Shimla: सदन में सभी पढ़े-लिखे सदस्य, सबको एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए : सुक्खू

Edited By Kuldeep, Updated: 06 Sep, 2024 10:06 PM

shimla vidhansabha pros and cons grievances

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बीते दिन पक्ष और विपक्ष के बीच हुई तीखी नोक-झोंक के बाद शुक्रवार को सदन में पक्ष-विपक्ष ने एक-दूसरे को अपने गिले-शिकवे सुनाए।

शिमला (कुलदीप): हिमाचल प्रदेश विधानसभा में बीते दिन पक्ष और विपक्ष के बीच हुई तीखी नोक-झोंक के बाद शुक्रवार को सदन में पक्ष-विपक्ष ने एक-दूसरे को अपने गिले-शिकवे सुनाए। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस दौरान कहा कि सदन में सभी सदस्य पढ़े-लिखे हैं और सबको एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर शांत स्वभाव के हैं, लेकिन पहले दिन वह भी वाकआऊट कर विधायक दल के साथ राजभवन पहुंच गए थे। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष ने सदन की उच्च परम्पराओं का निर्वहन किया है। उन्होंने कहा कि यदि सदन में नारे लगाने के साथ कागज फैंके जाएंगे तो यह बात इससे आगे भी बढ़ सकती है।

उनको लेकर भी विपक्ष ने जिस तरह की टिप्पणी की है, उसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए। यदि विपक्ष प्रदेश की वित्तीय स्थिति पर चर्चा करना चाहता है तो सत्ता पक्ष इसके लिए तैयार है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इस पर कहा कि विपक्ष तो सरकार के खिलाफ मामले उठाएगा। ऐसे में सत्ता पक्ष को धैर्य रखना होगा। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष रहते हुए वर्तमान के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री भी 5 वर्ष अशांत रहे। सभी चीजें सत्ता के अनुकूल नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सदन के नेता हैं तथा उनको अपने पक्ष को संभालकर रखना चाहिए। जब वह मुख्यमंत्री थे तो अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों को बिठा देते थे। स्वाभिमान सबका होता है तथा ऐसे अवसर पर सी.एम. को दखल देना चाहिए।

नेता प्रतिपक्ष व सांसद को लेकर की गई टिप्पणी सही नहीं : परमार
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने प्रश्नकाल के बाद मामले को उठाते हुए कहा कि राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी की तरफ से नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और सांसद कंगना रनौत को लेकर की गई टिप्पणी सही नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार चाहती है कि केंद्र से उदार वित्तीय मदद मिले तो इसके लिए संवाद का रास्ता निकालना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद कहते हैं कि पार्टियों की सरकारें होती हैं, लेकिन सरकारों की कोई पार्टी नहीं होती।

कोई मनचाहा बोलेगा तो उसे मनचाहा सुनना पड़ेगा : जगत
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि यदि कोई मनचाहा बोलेगा तो उसे मनचाहा सुनना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जब कोई सदन में बोलता है तो वह बीच में व्यवधान नहीं डालते। ऐसे में विपक्ष से भी इस तरह की अपेक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि जनता सब कुछ देख रही है। वह जनजातीय क्षेत्र से भले ही आते हैं, लेकिन उनको नियमों की पूरी जानकारी है।

रिकार्ड को दुरुस्त करने की आवश्यकता : हर्षवर्धन
संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि सदन में जो कुछ हुआ, उसके बाद रिकार्ड को दुरुस्त करने की आवश्यकता है। ऐसे में गलत शब्दों को कार्यवाही से निकाला जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी को शांति के साथ अपना पक्ष रखने के बाद उसका जवाब भी सुनना चाहिए।

वीडियो तो वायरल हो गया : रणधीर
भाजपा विधायक रणधीर शर्मा ने कहा कि भले ही कार्यवाही से शब्दों को निकाल दिया जाए, लेकिन इससे संबंधित वीडियो वायरल हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्री ने जिस तरह के शब्दों का प्रयोग किया, वह सही नहीं है।

मैं सब कुछ भूल गया हूं : पठानिया
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि यदि हम सदन की कार्यवाही को लाइव दिखाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं तो सदस्यों को अपनी शब्दावली पर नियंत्रण रखना होगा। उन्होंने कहा कि मैं तो सब कुछ भूल गया हूं, लेकिन हमें महिलाओं का सम्मान करना चाहिए, चाहे वह सांसद हो या फिर उनकी माता जी। उन्होंने कहा कि वह पक्ष-विपक्ष से इस विषय में संवाद करेंगे। उधर, भाजपा विधायक दल ने नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में सत्र शुरू होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया से भेंट की तथा अपना विषय उनके समक्ष रखा।

Related Story

Trending Topics

Afghanistan

134/10

20.0

India

181/8

20.0

India win by 47 runs

RR 6.70
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!