Edited By Kuldeep, Updated: 17 May, 2025 10:18 PM

प्रदेश स्कूल शिक्षा निदेशालय ने फर्जी डिग्री पाए जाने पर दो टीजीटी शिक्षकों पर कार्रवाई की है। विभाग ने इन शिक्षकों को टर्मिनेट कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक जुलाई 2024 में इन्हें बैचवाइज आधार पर नियुक्ति दी गई थी।
शिमला (ब्यूरो): प्रदेश स्कूल शिक्षा निदेशालय ने फर्जी डिग्री पाए जाने पर दो टीजीटी शिक्षकों पर कार्रवाई की है। विभाग ने इन शिक्षकों को टर्मिनेट कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक जुलाई 2024 में इन्हें बैचवाइज आधार पर नियुक्ति दी गई थी। विभागीय जांच में उक्त दोनों शिक्षकों की डिग्री में गड़बड़ी पाई गई, जिसे यूजीसी ने भी फर्जी करार दिया। उसके बाद दोनों महिला शिक्षकों को निदेशालय ने टर्मिनेट कर दिया। जानकारी के अनुसार टीजीटी शिक्षकों ने यह बीएड हरियाणा के एक संस्थान से की है। स्क्रीनिंग के दौरान शिक्षा विभाग को इसमें कुछ संदेह हुआ और उसके बाद एडिशनल चीफ सैक्रेटरी स्कूल एजुकेशन हरियाणा सरकार को इस बारे पत्र लिखा गया।
साथ ही यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन से को भी मामला भेजा गया। यूजीसी के जवाब के बाद यह साफ हो गया कि जिस संस्थान से बीएड की गई है, वह कहीं से भी मान्यता प्राप्त नहीं था। इसलिए इस डिग्री को फर्जी पाया गया है। अब इन्हें नियुक्ति के समय की शर्तों के मुताबिक नौकरी से हटा दिया गया है। इनमें से एक शिक्षिका जिला शिमला के एक स्कूल में टीजीटी नॉन मैडीकल के पद कार्यरत थी और दूसरी शिक्षिका जिला कांगड़ा के एक स्कूल में कार्यरत थी। सूत्रों की मानें तो विभाग में कई ऐसे मामले हैं, जिनमें फर्जी डिग्री का संदेह जताया गया है। इन सभी शिक्षकों की डिग्रियों की जांच चली हुई है।