Edited By Kuldeep, Updated: 13 May, 2025 06:35 PM

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि राज्य सरकार भेड़-बकरी की प्राकृतिक कारणों से मृत्यु होने पर मुआवजा राशि को बढ़ाएगी।
शिमला (कुलदीप): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि राज्य सरकार भेड़-बकरी की प्राकृतिक कारणों से मृत्यु होने पर मुआवजा राशि को बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में बरसात के कारण आई प्राकृतिक आपदा के समय भेड़, बकरी और सूअर की मृत्यु व मुआवजा राशि को 4 हजार रुपए से बढ़ाकर 6 हजार रुपए किया गया था। सरकार भविष्य में रिलीफ मैनुअल में बदलाव करके इस राशि को बढ़ाने पर विचार करेगी। उन्होंने यह बात हिमाचल प्रदेश वूल फैडरेशन के नवनियुक्त अध्यक्ष मनोज कुमार के नेतृत्व में मिलने आए प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि ऊन का न्यूनतम समर्थन मूल्य जो 71 रुपए प्रति किलोग्राम है, उसको बढ़ाने पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गद्दी समुदाय की कठिनाइयों से अवगत है तथा भेड़-बकरी पालकों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य मिलेगा। वूल फैडरेशन के अध्यक्ष मनोज कुमार ने मुख्यमंत्री से मांग की कि प्राकृतिक कारणों से भेड़-बकरी की मौत की मुआवजा राशि को बढ़ाया जाए।
उन्होंने कहा कि कई बार रीछ और बाघ उनकी भेड़-बकरी पर हमला करते हैं तथा प्राकृतिक कारणों से भी उनके पशुधन की मौत हो जाती है। उन्होंने कहा कि जब भेड़-बकरी की कीमत 15 से 20 हजार रुपए है, तो उनके ऊपर मिलने वाली मुआवजा राशि को भी बढ़ाया जाना चाहिए। इस अवसर पर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह और प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।
चयन आयोग सदस्य भी सीएम से मिले
हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग के नवनियुक्त सदस्य जगदीश चंद कौशल ने भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट की। उन्होंने इस दौरान अपनी नियुक्ति के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया।